बेंजामिन नेतन्याहू (सोर्स-सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: इजरायल और हमास के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सभी बंधकों को तुरंत रिहा नहीं किया गया, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। नेतन्याहू ने साफ किया कि इजरायल गाजा में अपना सैन्य अभियान तब तक जारी रखेगा, जब तक हमास का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता और सभी बंधकों को आज़ाद नहीं कर दिया जाता।
इस बीच, अमेरिका ने इजरायल को अरबों डॉलर के नए हथियार देने की घोषणा की है। दूसरी ओर, हमास द्वारा बंधकों की रिहाई में देरी के कारण इजरायल ने गाजा को जाने वाली मानवीय सहायता भी रोक दी है।
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि उनकी सरकार युद्ध के अगले चरण की तैयारी कर रही है, जो सात अलग-अलग मोर्चों पर लड़ा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इजरायल तब तक नहीं रुकेगा जब तक उसे पूरी जीत नहीं मिल जाती, सभी बंधकों की रिहाई नहीं हो जाती और हमास की सैन्य शक्ति और शासन को पूरी तरह खत्म नहीं कर दिया जाता। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि भविष्य में हमास से इजरायल को कोई खतरा नहीं रहना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि इजरायल युद्ध शुरू नहीं करना चाहता, लेकिन यदि आवश्यक हुआ, तो वह इसके लिए पूरी तरह तैयार है।
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इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को गाजा से लोगों के स्वैच्छिक पलायन के लिए श्रेय दिया और दावा किया कि कई लोग अपनी मर्जी से वहां से जा चुके हैं। साथ ही, नेतन्याहू ने अपने स्वास्थ्य को लेकर चल रही अफवाहों को भी खारिज कर दिया। इस दौरान, गाजा में सभी प्रकार की खाद्य सामग्री और जरूरी सामान की आपूर्ति रोकने के फैसले पर इजराइल को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
इजराइल ने रविवार को गाजा पट्टी में किसी भी तरह की वस्तुओं और रसद के प्रवेश पर रोक लगाते हुए चेतावनी दी थी कि यदि हमास संघर्षविराम बढ़ाने के प्रस्ताव को नहीं मानता है, तो उसे “अतिरिक्त परिणाम” भुगतने होंगे।
मिस्र और कतर के मध्यस्थों ने रविवार को इजराइल पर आरोप लगाया कि उसने भुखमरी को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन किया है। हमास ने भी इजराइल पर संघर्षविराम समझौते को बाधित करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सहायता पर रोक लगाने का उसका निर्णय “युद्ध अपराध” है और यह समझौते पर सीधा हमला है।
यह संघर्षविराम समझौता जनवरी में हुआ था, जिसका पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया। इस चरण के दौरान मानवीय सहायता में वृद्धि देखी गई थी। अब दोनों पक्षों के बीच दूसरे चरण की वार्ता होनी बाकी है, जिसमें इजराइल अपनी सेना वापस बुलाएगा और स्थायी संघर्षविराम के लिए सहमत होगा, जबकि इसके बदले में हमास शेष बंधकों को रिहा करेगा।