अफगानिस्तान की निर्वासित सांसद मरियम सोलेमंखिल, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
अफगानिस्तान की निर्वासित सांसद मरियम सोलेमंखिल ने भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को आवश्यक और उचित कदम बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत है और कश्मीर में मासूम लोगों की जान ले रहा है। मरियम के अनुसार, भारत की यह कार्रवाई बेहद सोच-समझकर और जिम्मेदारी के साथ की गई है। भारत केवल उन ठिकानों पर हमला कर रहा है, जहां आतंकवादी मौजूद हैं या जहां सेना उन्हें संरक्षण और समर्थन दे रही है।
सोलेमंखिल ने कहा कि उनका ट्वीट केवल एक राजनीतिक बयान नहीं था, बल्कि उनकी व्यक्तिगत सच्चाई और अनुभव का प्रतिबिंब था। उन्होंने बताया कि वे खुद आईएसआई के आतंक के साए में रह चुकी हैं और बीते दस वर्षों में उन्होंने इसे अपनी आंखों से देखा है। उन्हें अच्छी तरह पता है कि इसकी जड़ें कहां तक फैली हैं।
उन्होंने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह दशकों से दुनिया को झूठ परोस रहा है और उसकी सरकार और आईएसआई भी इसी रणनीति को अपनाए हुए हैं। सोलेमंखिल ने यह भी कहा कि भारत जिन मुद्दों को उठा रहा है, वे वही हैं जिन पर वह पिछले 77 सालों से लगातार बोलता आया है। इसके उलट, पाकिस्तान ने झूठ फैलाने का सिलसिला जारी रखा है चाहे वह उनके ऑनलाइन ट्रोल नेटवर्क हों, प्रायोजित मीडिया हो, आईएसआई, नेतृत्व या फिर विदेश मंत्री ही क्यों न हों सब झूठ का ही प्रचार कर रहे हैं।
सोलेमंखिल ने कहा कि बलोच, पश्तून, सिंधी और पंजाबी सभी पाकिस्तान की सैन्य तानाशाही से परेशान हो चुके हैं। उन्होंने बलोच मानवाधिकार कार्यकर्ता माहरंग बलोच का उदाहरण दिया, जो शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रही थीं, फिर भी उन्हें जेल में डाल दिया गया है। इसके उलट, उन्होंने बताया कि ओसामा बिन लादेन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बलोचिस्तान में दशकों से लोग लापता हो रहे हैं, हत्याएं हो रही हैं और वहां के प्राकृतिक संसाधनों को लूटा जा रहा है, जबकि वहां की आम जनता भूखी और गरीबी में जी रही है।
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान आतंकवादियों को शरण देता है और अमेरिका को भी उनके कृत्यों के लिए ज़िम्मेदार ठहराता है। जब पाकिस्तान पर दबाव डाला जाता है, तो वह या तो आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करता है या दुनिया को परमाणु हमले की धमकी देता है। उन्होंने इस सोच को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया और कहा कि अब दुनिया यह अच्छी तरह समझने लगी है कि भारत एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति है, जो वैश्विक विकास में योगदान दे रहा है, जबकि पाकिस्तान किस दिशा में जा रहा है, यह भी सबके सामने है।
सोलेमंखिल ने कहा कि पाकिस्तान न केवल अन्य देशों के लिए बल्कि अपने नागरिकों के लिए भी आतंकवाद का कारण बन गया है। आज पाकिस्तान को आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों के लिए पहचाना जाता है, और वह खुद अपने लोगों पर आतंक का बोझ डाल रहा है। इसी दौरान, बुधवार को बलूचिस्तान के प्रतिनिधि मीर यार बलूच ने पाकिस्तान से आज़ादी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह फैसला दशकों से जारी हिंसा, जबरन गायब किए जाने की घटनाओं और मानवाधिकारों के हनन के चलते लिया गया है।
अपने बयान में मीर यार बलूच ने कहा, “हमने यह राष्ट्रीय रूप से तय कर लिया है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है। अब दुनिया को इस मसले पर चुप नहीं रहना चाहिए। पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में लोग सड़कों पर उतर आए हैं, और यह उनकी एक सामूहिक राष्ट्रीय घोषणा है।”