अंतरिक्ष मिशन को पूरा करके देश की बेटी और नासा की प्रतिभावान अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स धरती पर लौटी है। सबसे सफल अंतरिक्ष यात्रियों में से एक सुनीता विलियम्स ने विज्ञान, प्रौद्यिगिकी में नाम कमाया है।
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की महान उपलब्धियां (सौ.सोशल मीडिया)
सुनीता विलियम्स, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नासा स्पेस फ़्लाइट मेडल (2007): यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मानव अंतरिक्ष उड़ान में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देता है। विलियम्स ने इसे अंतरिक्ष कार्यक्रम में अपने असाधारण प्रदर्शन के लिए प्राप्त किया।
नासा विशिष्ट सेवा पदक (2007): यह NASA के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है, जो अंतरिक्ष यात्रियों और अंतरिक्ष अन्वेषण में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। विलियम्स ने इसे ISS पर अपनी महत्वपूर्ण उपलब्धियों के सम्मान में प्राप्त किया।
जेम्स ए. वैन एलन स्पेस एनवायरनमेंट मेडल (2008): अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स द्वारा दिया जाने वाला यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान में योगदान दिया है। विलियम्स को उनके मिशनों के दौरान अंतरिक्ष अनुसंधान में उनके अग्रणी कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
पद्म भूषण (2007): भारत सरकार ने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में उनकी असाधारण सेवा के सम्मान में सुनीता विलियम्स को देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया।
पद्म श्री (2007): सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष अन्वेषण में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार **पद्म श्री** से भी सम्मानित किया गया।
मानद डॉक्टरेट: सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष में उनके नेतृत्व और विज्ञान और शिक्षा में उनके योगदान को मान्यता देते हुए दुनिया भर के विश्वविद्यालयों से कई मानद उपाधियाँ प्रदान की गई हैं।
टाइम मैगज़ीन के 100 सबसे प्रभावशाली लोग (2007): विलियम्स को दुनिया के **100 सबसे प्रभावशाली लोगों** में से एक नामित किया गया था, जिसने विज्ञान और अन्वेषण में एक वैश्विक आइकन के रूप में उनकी जगह को मजबूत किया।