इजराइली सैनिक मानसिक रूप से परेशान (फोटो- सोशल मीडिया)
Israel News: इजराइल इस समय एक साथ सात अलग-अलग मोर्चों पर युद्ध में उलझा हुआ है, लेकिन लगातार चल रही लड़ाई ने इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के सैनिकों को मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित किया है। इसी तनावपूर्ण माहौल के बीच, पिछले दो हफ्तों में 5 सैनिकों ने आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या करने वालों में गाजा और अन्य संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में लंबे समय तक तैनात रहे सैनिकों के साथ-साथ छुट्टी पर गए और रिजर्व सैनिक भी शामिल हैं।
इजराइल पिछले 20 महीने से हमास के साथ युद्ध लड़ रहा है। दोनों के बीच 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए घातक हमले के बाद से ही संघर्ष चल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में सैनिकों की तैनाती के बाद इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के जवानों में आत्महत्याओं की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023 के अंत तक IDF के 7 सैनिकों ने आत्महत्या की थी, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 21 तक पहुंच गई। इस वर्ष अब तक 20 सैनिक आत्महत्या कर चुके हैं।
यह ताजा मामला एक 19 वर्षीय नार्वेजियन युवक का है, उसे आईडीएफ में भर्ती हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ था और वह फिलहाल प्रशिक्षण के दौर में था। हाल ही में उसने आत्महत्या कर ली। इसके अलावा, गोलानी ब्रिगेड के एक सैनिक ने एसडी तेइमान बेस पर खुद को गोली मार ली। वहीं, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) से पीड़ित रिजर्व सैनिक ने खुद को आग लगाकर जान दे दी।
रिपोर्ट के अनुसार, आत्महत्या के सबसे अधिक मामले ड्यूटी पर तैनात रिजर्व सैनिकों में देखे गए हैं। सैन्य अधिकारियों ने, नाम जाहिर न करते हुए, बताया कि इन आत्महत्याओं के पीछे व्यक्तिगत या पारिवारिक कारणों की बजाय युद्ध से जुड़ा मानसिक आघात बड़ी वजह है। इस गंभीर स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी नेता यायर लापिड ने कहा, “सैनिकों द्वारा आत्महत्या के इतने मामले भयावह हैं। युद्ध सिर्फ शरीर नहीं, आत्मा को भी तोड़ देता है।”
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आईडीएफ ने भी इस बात की पुष्टि की है कि मानसिक तनाव के चलते हजारों रिजर्व सैनिकों ने युद्ध से जुड़ी भूमिकाओं से खुद को हटा लिया है। रिपोर्ट में यह भी आशंका जताई गई है कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण आत्महत्या करने वालों की वास्तविक संख्या आधिकारिक आंकड़ों से कहीं अधिक हो सकती है।