गाजा पर इजराइल का कहर, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
गाजा: गाजा पट्टी में इजराइल के हवाई हमले में कम से कम 11 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। मंगलवार को स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि इससे पहले के हमलों में दो महिलाएं और चार बच्चे सहित 18 लोगों की मौत हो गई। जिनमें एक महिला गर्भवती थी। यह हमले उस समय हुए जब इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम की उम्मीदें बढ़ रही थीं, ताकि 15 महीने के युद्ध को खत्म किया जा सके और बंधकों को रिहा किया जा सके।
बता दें कि गाजा पट्टी में युद्धविराम के लिए हमास ने एक समझौते का मसौदा स्वीकार कर लिया है। इसके तहत दर्जनों बंधकों को रिहा किया जाएगा। इस पर इजराइली अधिकारियों का कहना है कि इस समझौते पर प्रगति हुई है और अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू हुआ, जब आतंकवादियों ने इजराइल के दक्षिणी हिस्से में हमला किया। इस हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 लोग अगवा हो गए। ये बात माना जा रहा है कि अब तक, गाजा में बंधक बनाए गए 100 लोगों में से एक तिहाई की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजराइल और हमास के बीच संघर्ष में गाजा में 46,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इनमें से अधिकतर मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
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कतर ने कहा है कि इजराइल और हमास के बीच गाजा में संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर सहमति बनना संभव है। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने मंगलवार को बताया कि वार्ता सकारात्मक दिशा में चल रही है। हालांकि, उन्होंने इस संवेदनशील मामले के बारे में और कोई जानकारी देने से मना किया। बता दें कि कतर पिछले एक साल से हमास और इजराइल के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और इस समय ये वार्ताएं कतर में हो रही हैं।
गाजा पट्टी में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर हमास ने एक मसौदा समझौते को मंजूरी दे दी है. अधिकारियों के मुताबिक, समझौते पर काम हो रहा है, लेकिन अब भी कुछ बचे हुए मुद्दों पर चर्चा हो रही है. अमेरिका, मिस्र और कतर इस युद्ध को खत्म करने और 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले में बंधक बनाये गए लोगों की रिहाई के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं।
गाजा में फिलहाल करीब 100 इजराइली नागरिक बंदी हैं, और सेना का मानना है कि इनमें से एक तिहाई की मौत हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले इस स्थिति पर समझौता हो सकता है।