प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो-सोशल मीडिया)
गाजा पट्टी: गाजा में राहत सामग्री तक पहुंचने की कोशिश कर रहे फलस्तीनियों पर मंगलवार को फिर से गोलीबारी की गई। पहले इसमें 14 लोगों के मारे जाने की बात कही गई थी। लेकिन अब इसमे मारे जाने वाले की संख्या बढ़कर 36 हो गई है। जबकि 207 अन्य जख्मी हो गए। फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
इजराइल की नाकाबंदी और 20 महीने के सैन्य अभियान ने गाजा को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है। इजराइली और अमेरिकी समर्थन वाले ‘गाजा ह्मूमेनिटेरियन फाउंडेशन’ द्वारा संचालित सहायता वितरण स्थलों के पास गोलीबारी में कम से कम 163 लोगों की मौत हो गई है जबकि 1495 लोग जख्मी हुए हैं।
इज़राइली सेना ने पहले उन लोगों पर चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाने की बात स्वीकार की है, जो उसके मुताबिकस, संदिग्ध तरीके से उसकी सेना की ओर बढ़ रहे थे। फाउंडेशन का कहना है कि वितरण केन्द्रों में या उसके आसपास कोई हिंसा नहीं हुई है। लेकिन इसने लोगों को निर्धारित पहुंच मार्गों पर ही रहने की चेतावनी दी है।
वहीं, नासेर अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी गाजा में रफह के आसपास सहायता प्राप्त करने का प्रयास करते समय कम से कम आठ लोग मारे गए। अल-अवदा अस्पताल के प्रवक्ता नादेर गरगून ने कहा कि उत्तरी गाजा में मंगलवार को दो पुरुष और एक बच्चे की मौत हो गई और कम से कम 130 लोग घायल हो गए। अस्पताल में ही घायलों को भर्ती किया गया था। उन्होंने बताया कि ज़्यादातर लोगों को गोली लगी है।
इज़राइली सेना ने मध्य गाजा में सहायता स्थल से कई सौ मीटर की दूरी पर देर रात करीब दो बजे गोलीबारी की। लोग सहायता सामग्री लेने की उम्मीद में भोर से पहले ही सामग्री वितरण स्थल पर पहुंचना शुरू कर देते हैं।
इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि संभावित युद्ध विराम समझौते पर सार्थक प्रगति हुई है, जिससे गाजा में बंधक के तौर पर रखे गए 55 लोगों में से कुछ को वापस लाया जा सकेगा, लेकिन उन्होंने कहा कि अभी उम्मीद करना जल्दबाजी होगी।
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विदेश मंत्री गिदोन सार ने भी मंगलवार को उल्लेख किया कि युद्ध विराम वार्ता में प्रगति हुई है। नेतन्याहू आगे के कदमों पर चर्चा करने के लिए मंगलवार शाम को इजराइली वार्ता दल और रक्षा मंत्री के साथ बैठक कर रहे थे।
(एजेंसी इनपुट के साथ)