ट्रंप ने लॉस एंजेलिस में लगाया गया कर्फ्यू (फोटो-सोशल मीडिया)
लॉस एंजिलिस: अमेरिका के लॉस एंजिलिस में पिछले कुछ दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच लॉस एंजेलिस की मेयर कैरेन बास ने डाउनटाउन में कर्फ्यू का ऐलान किया है। बास ने फैसला मंगलवार रात ऐप्पल स्टोर में हुई लूटपाट के बाद लिया है। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप से अपनी छापेमारी की कार्रवाई को रोकने की अपील की है।
कैरेन बास ने कर्फ्यू का ऐलान करने के साथ ट्रंप को अपनी कार्रवाई तुरंत रोकने के लिए कहा। कैरेन ने कहा कि मैंने लॉस एंजिलिस के डाउनटाउन इलाके में तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय आपातकाल की घोषणा की है और कर्फ्यू लागू किया है। मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अनुरोध करती हूं कि वे छापेमारी की कार्रवाई तुरंत रोकें।
कैरेन ने बताया कि कर्फ्यू मंगलवार रात 8 बजे से बुधवार सुबह 6 बजे तक (स्थानीय समयानुसार) लागू रहेगा। यह कर्फ्यू शहर के 1 वर्ग मील (लगभग 2.59 वर्ग किलोमीटर) क्षेत्र में प्रभावी रहेगा, जिसमें वह इलाका भी शामिल है जहां शुक्रवार से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को लॉस एंजेलिस के एक ऐप्पल स्टोर में लूटपाट की थी।
Apple store in downtown LA being looted tonight pic.twitter.com/3k5i7wKiSG
— Brendan Gutenschwager (@BGOnTheScene) June 10, 2025
कैरेन के मुताबिक शुक्रवार के शुरू हुए प्रदर्शन सोमवार को अमेरिका के 12 राज्यों के 25 शहरों में फैल गया। सैन फ्रांसिस्को, डलास, ऑस्टिन, टेक्सास और न्यूयॉर्क जैसे प्रमुख शहरों में शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किए गए। स्थिति पर काबू पाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को लॉस एंजिलिस में 4,000 नेशनल गार्ड्स की तैनाती के बाद 700 मरीन कमांडो भी भेजने का फैसला किया है।
लॉस एंजिलिस भड़की हिंसा के बाद उस राजनीति भी शुरू हो गई है। मेयर कैरेन बास ने लॉस एंजेलिस में 4,000 नेशनल गार्ड्स और 700 मरीन कमांडो की तैनाती को अनुचित बताया था। कैरेन का कहना था कि स्थानीय पुलिस मामले को संभाल सकती है और ट्रंप केवल अपने आगे के फैसलों को लागू करने के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं। उनके इस बयान के बाद ट्रंप के एक मंत्री ने कैरेन को गिरफ्तारी की धमकी दी थी।
ट्रंप के नए इमिग्रेशन बिल को लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है। लॉस एंजेलिस समेत कई शहरों में उनके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, ट्रंप अभी भी अपने फैसले पर कायम हैं। उन्होंने सोमवार को दावा किया कि कैलिफोर्निया में राष्ट्रीय गार्ड की तैनाती उनका एक “बेहतरीन फैसला” था।