अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो- सोशल मीडिया)
Trump on India Tariff: भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर जारी विवाद के बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे पर एक अहम बयान दिया है। स्कॉट जेनिंग्स के रेडियो शो में बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत ने उनसे सभी टैरिफ हटाने की पेशकश की थी। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की यह पहल तब सामने आई जब अमेरिका ने उस पर टैरिफ लगाए। ट्रंप का कहना है कि अगर उन्होंने भारत पर टैरिफ नहीं लगाए होते, तो भारत कभी ऐसा प्रस्ताव लेकर नहीं आता।
ट्रंप ने भारत को दुनिया का “सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश” बताया। उन्होंने कहा, “चीन हमें टैरिफ से नुकसान पहुंचाता है, भारत भी ऐसा करता है, ब्राजील भी यही करता है। लेकिन मैंने टैरिफ को किसी भी इंसान से बेहतर तरीके से समझा है।” ट्रंप का मानना है कि टैरिफ लगाने से अमेरिका को जबरदस्त सौदेबाजी की ताकत मिली है।
हार्ले-डेविडसन का नाम लेकर साधा निशाना
जेनिंग्स से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल का मुद्दा उठाते हुए भारत पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने इस ब्रांड पर 200% आयात शुल्क लगाया था, जिसके चलते कंपनी को भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करनी पड़ी। ट्रंप का कहना है कि इस तरह के ऊंचे टैरिफ अमेरिकी कंपनियों को भारत में निवेश करने से निराश करते हैं।
हालांकि, अब अमेरिका के अंदर ही ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर आलोचना हो रही है। कई अर्थशास्त्री और सांसद मानते हैं कि ऐसे कदम अमेरिकी उपभोक्ताओं और निर्माताओं को ही अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने तो यहां तक कह दिया कि ट्रंप ने पाकिस्तान को प्राथमिकता देकर भारत के साथ अमेरिका के दीर्घकालिक रणनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचाया है।
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रूस से तेल खरीदने को पर नाराज
भारत और अमेरिका के बीच तनाव की जड़ रूस से तेल खरीदना है। इसके चलते ट्रंप प्रशासन ने भारत पर पहले 25% टैरिफ लगाया और फिर इसे बढ़ाकर 50% कर दिया। ट्रंप चाहते थे कि भारत रूस से तेल आयात बंद कर दे, लेकिन भारत ने इस मांग को स्पष्ट रूप से ठुकरा दिया। भारत ने कहा कि उसके निर्णय देश के बाजार की स्थिति और जनता के हितों को ध्यान में रखकर लिए जाते हैं। इसके अवाला दोनों देशों के बीच लंबे वक्त से लंबित ट्रेड डील भी एक बड़ा मुद्दा है।