बिलावल-ख्वाजा ने फिर हांकी डींगे, (डिजाइन फोटो)
इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर में करारी शिकस्त खाने के बावजूद पाकिस्तान अब भी अपनी हार को जीत साबित करने की कोशिशों में जुटा है। पाकिस्तानी नेता एक के बाद एक ऐसे काल्पनिक दावे कर रहे हैं, जिन पर खुद उनके देशवासी भी हंसी नहीं रोक पा रहे। इस बार पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने दावा किया कि वे भारत के 10 से 20 लड़ाकू विमान गिरा सकते थे, लेकिन उन पर ‘दूसरे देशों’ का दबाव था कि ऐसा न करें।
इस हास्यास्पद तर्क से लगता है कि पाकिस्तान अब हार को भी ‘संयम’ बताकर महिमामंडित करना चाहता है। लेकिन यह बयान खुद पाकिस्तान में ही मज़ाक का विषय बन गया है।
अपनी तारीफ करते हुए ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना के 10 लड़ाकू विमानों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तानी सेना पूरी तरह उन्हें मार गिराने के लिए तैयार थी। उन्होंने कहा, “हमारे जवान पूरी तैयारी में थे, उनके 10 जहाजों पर लॉक हो चुके था।” जब पत्रकार हामिद मीर ने पूछा कि फिर उन्हें गिराया क्यों नहीं गया, तो ख्वाजा आसिफ ने रहस्यमयी अंदाज़ में कहा, “ये अंदरूनी मामला है… और इसकी जानकारी आपको भी है।”
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पाकिस्तानी पत्रकार के मुताबिक, ख्वाजा आसिफ का कहना है कि जिस रात भारत ने हमला किया था, उस वक्त पाकिस्तान के पास मौका था कि वह भारत के 12 फाइटर जेट मार गिराए। लेकिन उस पर दो-तीन देशों का दबाव था कि वह ऐसा न करे, इसलिए पाकिस्तान ने उन्हें जाने दिया। इसके जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने भारत के 20 लड़ाकू विमानों को निशाना बना लिया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते केवल 6 ही विमानों को मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि सोचिए, ऐसा क्यों किया गया इसका जवाब दबाव में छुपा है।
अभी कुछ दिन पहले पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने एक इंटरव्यू में माना कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ हमला एक आतंकी हमला था। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट तौर पर नकारा कि इस हमले में पाकिस्तान सरकार की कोई भूमिका है। बिलावल ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब पाकिस्तान के खिलाफ एक प्रोपेगैंडा अभियान का हिस्सा है।