भारत और अमेरिका के दोनों देशों का झंडा
वाशिंगटन: भारत और अमेरिका के रिश्ते में पिछले कुछ समय से रिश्तो में काफी गहराई देखने को मिल रही है। वॉशिंगटन में चल रही अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया के बीच भारतीय-अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञ और ‘जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉरपोरेशन’ के मुख्य कार्यकारी डॉ. विवेक लाल ने भारत-अमेरिका साझेदारी को 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारियों में से एक बताया है। उन्होंने सुरक्षा और रक्षा मामलों में द्विदलीय समर्थन और सहयोग को इस साझेदारी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू बताया।
डॉ. विवेक लाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि भारत-अमेरिका संबंध सुरक्षा और रक्षा के मोर्चे पर गहरे सहयोग से मजबूत हुए हैं। उन्होंने जून 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दुनिया के सबसे बड़े मानवरहित ड्रोन खरीद समझौते का समर्थन और 2023 में राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा इसे पूरा करने का किया गया। उन्होंने कहा कि यह इस संबंध के रक्षा और सुरक्षा पहलुओं के द्विदलीय समर्थन का मिसाल है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि बड़े, जीवंत लोकतंत्रों की राजधानियों के रूप में, वाशिंगटन और नई दिल्ली स्वाभाविक साझेदार हैं। साथ ही दुनिया भर में शांति, स्थिरता और सुरक्षा के लिए समान रूप से कई लक्ष्यों को भी साझा करते हैं। डॉ. लाल ने कहा कि पिछले एक दशक में दोनों देशों के बीच रक्षा व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
डॉ. लाल को हाल ही में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के हूवर इंस्टीट्यूशन में विजिटिंग फेलो नियुक्त किया गया। यह सम्मान भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए दिया गया है। इनमें 3 अरब डॉलर से अधिक का एक प्रमुख ड्रोन समझौता भी शामिल है।
भारत ‘जनरल एटॉमिक्स’ से MQ-9B यानी प्रीडेटर ड्रोन अब मिलने जा रहा है। यह समझौता दोनों देशों के रक्षा सहयोग का प्रतीक है और भविष्य में इस साझेदारी को और मजबूत करने की उम्मीद है। दोनों देशों की सरकारों ने इस पर 34,500 करोड़ रुपये की डील पर भी साइन कर दिए हैं। ये ड्रोन अमेरिका की कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश पहले ही कई तरीकों से एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं और इस काम की गुंजाइश तब बढ़ेगी जब हम जनरल एटॉमिक्स के MQ-9B स्काईगार्डियन और सी गार्डियन के लिए अमेरिका और भारत के बीच हाल ही में घोषित अनुबंध को आगे बढ़ाएंगे। भारत-अमेरिका साझेदारी न केवल दोनों देशों के हितों को आगे बढ़ा रही है, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)