
कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी (सोर्स- सोशल मीडिया)
Qatar PM on Israel Gaza Ceasefire: कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने शनिवार को कहा कि गाजा में वर्तमान हालात को सीजफायर नहीं कहा जा सकता और इसके लिए इजरायल को पूरे इलाके से हटना होगा। अल थानी ने यह बयान दोहा फोरम के एक पैनल चर्चा में दिया। कतर की राजधानी में उन्होंने कहा कि अमेरिका के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ गाजा में शांति समझौते को सुनिश्चित करने के लिए दूसरे चरण की तैयारी कर रहे हैं।
दोहा फोरम में अल थानी ने कहा, “हमने जो अभी किया है, वह केवल एक ठहराव है। इसे हम सीजफायर नहीं मान सकते। युद्धविराम तब तक पूरा नहीं होगा जब तक इजरायली सेना पूरी तरह से वापस नहीं आ जाती। गाजा में स्थिरता आए, लोग आ-जा सकें, जो फिलहाल संभव नहीं है।”
अमेरिकी पीस प्लान के तहत बीते 10 अक्टूबर को युद्धविराम लागू हुआ था। इसके शुरूआती चरण में इजरायल ने अपनी सेना को एक काल्पनिक येलो लाइन तक वापस बुलाया, जो गाजा पट्टी को मोटे तौर पर पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में बांटती है। इसके अलावा, इजरायल को राफा बॉर्डर क्रॉसिंग खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन उसने यह एक महीने से अधिक समय तक टाल दिया। इजरायल का कहना था कि पहले गाजा में बचे हुए मृत बंधकों को सौंपा जाना चाहिए। मारे गए पुलिस अधिकारी रान ग्विली का शव अब भी गाजा में है।
अक्टूबर का यह युद्धविराम दो साल से चल रही लड़ाई को रोकने में सफल रहा। इसके बावजूद दोनों पक्ष एक-दूसरे पर उल्लंघन के आरोप लगा रहे हैं। गाजा के हमास स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 10 अक्टूबर से अब तक 360 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जो इजराइली फायरिंग के कारण हुए।
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हाल ही में हुई नई हिंसा में शिफा हॉस्पिटल ने बताया कि गाजा शहर के उत्तर-पश्चिम में इजरायली एयरस्ट्राइक में दो फिलिस्तीनी मारे गए। इजरायल की सेना ने कहा कि उसे इस एयरस्ट्राइक की जानकारी नहीं थी। हालांकि, उसी दिन इजरायली सैनिकों ने तीन मिलिटेंट को मार गिराया, जो येलो लाइन पार करके इजरायल नियंत्रित उत्तरी गाजा में घुस आए थे और खतरा पैदा कर रहे थे।






