डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
वांशिगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के साथ संबंध सुधारने की इच्छा जताई है। ओवल ऑफिस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बात कही। ट्रंप ने कहा कि वह उत्तर कोरिया के साथ मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहते हैं। इस कार्यक्रम में वह वैश्विक स्तर पर संघर्षों को समाप्त करने की अपनी कोशिशों के बारे में बता रहे थे।
इस दौरान ट्रंप से पूछा गया कि क्या उन्होंने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन को कोई पत्र लिखा है, क्योंकि इस महीने एक रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया था। ट्रंप ने इस सवाल का सीधा जवाब तो नहीं दिया, लेकिन उन्होंने यह ज़रूर कहा कि उनके और किम जोंग उन के बीच अच्छे संबंध हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि हालात टकराव की ओर बढ़ सकते हैं, लेकिन मुझे भरोसा है कि हम इसका समाधान निकाल लेंगे। इस बीच, उत्तर कोरिया पर नजर रखने वाले सियोल स्थित संगठन ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किम जोंग-उन को भेजे गए पत्र को लेने से साफ इनकार कर दिया था।
2017 से 2021 के बीच अपने पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से तीन बार मुलाकात की। इस अवधि में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को कई पत्र भी भेजे, जिन्हें ट्रंप ने “सुंदर” बताया था। हालांकि, यह ऐतिहासिक कूटनीतिक प्रयास तब विफल हो गया जब अमेरिका ने किम से परमाणु हथियारों को छोड़ने की मांग रखी।
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अब, ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में, उन्होंने यह माना है कि उत्तर कोरिया एक परमाणु शक्ति संपन्न देश बन चुका है। 11 जून को व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि ट्रंप किम जोंग उन के साथ फिर से बातचीत करने को तैयार हैं।
उत्तर कोरिया ने 2019 में ट्रंप सरकार के साथ कूटनीतिक वार्ता समाप्त होने के बाद से फिर से बातचीत करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसकी जगह, उसने अपने परमाणु हथियार और मिसाइल कार्यक्रमों को और बढ़ाने पर ध्यान दिया है। साथ ही, उसने यूक्रेन के विरुद्ध रूस का समर्थन करके मॉस्को के साथ मजबूत संबंध स्थापित किए हैं।