पंचेन लामा से जिनपिंग की मुलाकात, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
बीजिंग: तिब्बती बौद्ध धर्म में दलाई लामा के बाद दूसरी सबसे अहम धार्मिक हस्ती माने जाने वाले पंचेन लामा ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इस दौरान पंचेन लामा ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा दोहराई। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उनसे तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में जातीय एकता, धार्मिक सौहार्द, स्थिरता, विकास और प्रगति को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। गौरतलब है कि 1995 में चीन ने ग्यालत्सेन नोरबू को दलाई लामा की इच्छा के विरुद्ध 11वें पंचेन लामा के रूप में नियुक्त किया था।
हांगकांग की ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, शी जिनपिंग ने उनसे यह भी आग्रह किया कि वे “धर्म के चीनीकरण” को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करें। वर्ष 2012 में सत्ता संभालने के बाद से ही शी जिनपिंग सभी प्रमुख धर्मों जैसे बौद्ध धर्म और इस्लाम को चीनी संस्कृति और कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) की नीतियों के अनुरूप ढालने की नीति अपना रहे हैं, ताकि ये धर्म पार्टी की विचारधारा के तहत संचालित हों।
35 वर्ष के पंचेन लामा को चीन ने 1995 में नियुक्त किया था, जब वे केवल पांच साल के थे। यह नियुक्ति तब हुई थी जब चीन ने गेधुन चोएक्यी न्यिमा को इस पद से हटा दिया था। दरअसल, दलाई लामा ने गेधुन चोएक्यी न्यिमा को 11वें पंचेन लामा के रूप में नियुक्ति दी थी। चीन ने अब तक यह नहीं बताया कि उस पांच साल के बच्चे गेधुन चोएक्यी न्यिमा का क्या हुआ।
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दलाई लामा का अगले महीने 90वां जन्मदिन है और इससे पहले शी जिनपिंग ने पंचेन लामा से मुलाकात की है। दलाई लामा ने हाल ही में संकेत दिया था कि वे अपने उत्तराधिकारी चुनने की अपनी पसंदीदा प्रक्रिया को सामने ला सकते हैं। चीन का कहना है कि दलाई लामा के किसी भी उत्तराधिकारी को उसकी आधिकारिक मंजूरी लेनी होगी। पंचेन लामा, जो अरुणाचल प्रदेश की सीमा के नजदीक तिब्बत के शिगात्से शहर में रहते हैं, उनको कथित तौर पर चीन दलाई लामा का उत्तराधिकारी बनाने की तैयारी कर रहा है।