मोहम्मद यूनुस, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
ढाका: बांग्लादेश के राष्ट्रपति मुहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार रात नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने बताया कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार गुरुवार को कार्यभार संभालेगी। वे आज शपथ ग्रहण करेंगे।
सेना प्रमुख जनरल जमां ने बताया कि सरकार में शामिल लोग गुरुवार को रात आठ बजे शपथ ग्रहण करेंगे। अंतरिम सरकार की सलाहकार परिषद में 15 सदस्य होंगे। जैसा कि बताया गया कि उनके मुखिया मोहम्मद यूनुस होंगे।
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मोहम्मद यूनुस के नाम का प्रस्ताव क्यों
राष्ट्रपति शहाबुद्दीन ने यह नियुक्ति शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद की है। मोहम्मद यूनुस एक अर्थशास्त्री हैं। उनकी उम्र 84 साल है। अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त करने का प्रस्ताव प्रदर्शन कर रहे छात्र नेताओं ने रखा था। बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन देखते देखते विद्रोह और हिंसा में बदल गया। इसमें 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।
मोहम्मद यूनुस खान ने क्या कहा
बांग्लादेश के लिए रवाना होने से पहले पेरिस हवाई अड्डे पर मोहम्मद यूनुस ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रमुख के तौर पर उनकी प्राथमिकता देश में सामान्य स्थिति फिर से कायम करना होगा। देश में सभी पीड़ितों को न्याय मिले, इसके लिए वह पहले दिन से ही प्रयास जारी रहेगी ।
रद्द की गई यूनुस की सजा
मोहम्मद यूनुस का नाम आगे आने के बीच बांग्लादेश के न्यायालय ने उनको श्रम कानून के उल्लंघन के लिए दी गई छह महीने के कारावास की सजा रद कर दी है। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, उन्हे हसीना सरकार के कार्यकाल में दर्ज मामले में यह सजा दी गई थी। इसी के साथ ही कई मामलों में सजा पाकर 2018 से घर में कैद देश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की भी मंगलवार को रिहाई हुई है।
खालिदा की पार्टी भी अंतरिम सरकार का हिस्सा
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुखखालिदा जिया ने रिहाई के बाद कहा कि लोगों ने अपने संघर्ष से असंभव को संभव करके दिखा दिया है। अब गुस्से और बदले की भावना से कार्रवाई नहीं होगी। बल्कि प्रेम और शांति से देश का पुनर्निर्माण होगा। खालिदा की पार्टी भी अंतरिम सरकार का हिस्सा होगी।
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