अमेरिका का रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी), फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। बढ़ते वायरस संकट के बीच, सीडीसी ने अपने कर्मचारियों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ किसी भी प्रकार का काम या सहयोग तुरंत बंद करने का निर्देश दिया है। यह कदम वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
दरअसल, सीडीसी ने एक ज्ञापन जारी करते हुए आदेश दिया है कि डब्ल्यूएचओ से जुड़े सभी तकनीकी कार्य समूहों, सलाहकार बोर्डों और सहकारी समझौतों पर काम तत्काल रोक दिया जाए। इसके अलावा, सीडीसी के कर्मचारियों को डब्ल्यूएचओ के कार्यालयों में जाने की अनुमति पर भी रोक लगा दिया है।
सीडीसी का हालिया निर्णय अप्रत्याशित था, जिसने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चौंका दिया। इस फैसले के कारण अफ्रीका में मारबर्ग वायरस और एमपॉक्स जैसी गंभीर बीमारियों की जांच और नियंत्रण में बाधा आने की संभावना है।
चिंताजनक बात यह है कि यह निर्णय ऐसे समय पर लिया गया जब विश्वभर के स्वास्थ्य अधिकारी बर्ड फ्लू के प्रकोप पर कड़ी नजर रख रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सीडीसी का यह कदम वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा प्रयासों को प्रभावित कर सकता है।
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बता दें कि यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका को अलग करने का कार्यकारी आदेश जारी किया। हालांकि, इस आदेश का तुरंत कोई प्रभाव नहीं पड़ा। डब्ल्यूएचओ से अलग होने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कई औपचारिकताओं की आवश्यकता है। इसमें अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी, देश के वित्तीय दायित्वों को पूरा करना और कम से कम एक साल का नोटिस देना शामिल है।
यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया के सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और डब्ल्यूएचओ के साथ काम कर चुके डॉ. जेफरी क्लॉसनर ने सीडीसी के फैसले पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ के साथ सहयोग और बैठकों को अचानक रोकने का निर्णय एक बड़ी समस्या बन सकता है। डॉ. क्लॉसनर ने इस कदम को सभी के लिए अप्रत्याशित बताया और कहा कि इस तरह का निर्णय धीरे-धीरे लागू होने की उम्मीद थी, लेकिन इसे तुरंत लागू करना चौंकाने वाला है। उन्होंने इस फैसले के संभावित प्रभावों पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने आगे कहा कि डब्ल्यूएचओ और अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच सहयोग बहुत अहम है, क्योंकि यह एक दो-तरफा प्रक्रिया है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे की विशेषज्ञता से फायदें उठाते हैं। इस सहयोग के माध्यम से अमेरिका को नई जानकारी मिलती है, जैसे कि नए परीक्षण, उपचार और उभरते स्वास्थ्य संकटों के बारे में। यह जानकारी अमेरिका में लोगों की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होती है।