गिरिराज सिंह, (केंद्रीय मंत्री), फोटो - नवभारत आर्काइव
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद दौरे को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी 27 दिन बाद मुर्शिदाबाद पहुंचीं, जब राज्य के हिंदू समुदाय में गुस्से की लहर उठ चुकी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह दौरा केवल मगरमच्छ के आंसू बहाने के लिए किया गया है।
गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी वही हैं जिन्होंने कहा था कि उनकी मौजूदगी में कोई भी बांग्लादेशी देश से बाहर नहीं किया जा सकता। मुर्शिदाबाद में जो कुछ भी हुआ, वह प्रशासन की निगरानी में हुआ। जब हिंदू समाज में आक्रोश फैला, तब जाकर ममता जी वहां पहुंचीं।”
दरअसल, 11 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, कई घायल हुए और सैकड़ों घरों-दुकानों को नुकसान पहुंचा। इसके बाद हजारों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए थे। यह विरोध धीरे-धीरे मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली तक फैल गया, जहां आगजनी, पथराव और सड़क जाम जैसी घटनाएं सामने आईं।
इसी बीच, सोमवार यानी 5 मई को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद का दौरा किया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने दौरा स्थगित इसलिए किया क्योंकि पहले स्थिति को शांत करना आवश्यक था। उन्होंने कहा, “मैं पहले भी जा सकती थी, लेकिन जब तक शांति पूरी तरह से नहीं लौटती, हमें और अस्थिरता नहीं पैदा करनी चाहिए। अब माहौल सामान्य हो चुका है। मैं पहले से तय ‘जगन्नाथ धाम’ कार्यक्रम में व्यस्त थी, इसलिए आज मुर्शिदाबाद पहुंची हूं।”
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ममता बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके लिए सभी धर्म समान हैं। उन्होंने कहा, “मेरे लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी एक समान हैं। मैं किसी धर्म के लोगों पर हमले के खिलाफ हूं। यह हिंसा एक सुनियोजित साजिश थी, और बंगाल ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगा।” सीएम ने मुर्शिदाबाद में सोमवार को बहरमपुर और मंगलवार को धूलियन जाने की घोषणा की। वहां वे प्रभावित परिवारों को मुआवजा देंगी और सुत्ती में सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम का आयोजन करेंगी। बुधवार को वे कोलकाता लौटेंगी।