DUSU की संयुक्त सचिव दीपिका ने प्रोफेसर को थप्पड़ मारा
DUSU joint secretary slap professor: दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव के बाद माहौल गरमा गया है। बी.आर. आंबेडकर कॉलेज में गुरुवार को एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जहां DUSU की संयुक्त सचिव और ABVP नेता दीपिका झा ने प्रिंसिपल के ऑफिस में एक वरिष्ठ प्रोफेसर को थप्पड़ जड़ दिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा हंगामा पुलिस और DUSU अध्यक्ष की मौजूदगी में हुआ। इस घटना का CCTV फुटेज सामने आने के बाद छात्र राजनीति में भूचाल आ गया है और शिक्षा जगत में इसकी कड़ी निंदा हो रही है।
यह घटना कॉलेज में छात्र संघ के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हुई। एक प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत मिलने पर पुलिस कॉलेज पहुंची थी और उन्हें प्रिंसिपल के कमरे में बुलाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, इसी दौरान दीपिका झा और प्रोफेसर के बीच तीखी बहस हो गई। दीपिका का आरोप है कि प्रोफेसर ने उनके साथ बदतमीजी की और अपशब्दों का इस्तेमाल किया, जिसके बाद उन्होंने गुस्से में आकर यह कदम उठाया। इस घटना ने विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ये सत्ता संरक्षित गुंडागर्दी की पराकाष्ठा है! ABVP नेता ने शिक्षक को थप्पड़ मारा और SHO मूकदर्शक रहे।#DU #viralvideo pic.twitter.com/95yzkWDSib — Arpit shukla ✍🏽 (@JournoArpit) October 17, 2025
इस मामले को लेकर ABVP के विरोधी छात्र संगठन NSUI ने CCTV फुटेज जारी कर दिया है, जिसमें थप्पड़ मारने की घटना साफ नजर आ रही है। वहीं, ABVP ने भी वीडियो के असली होने की पुष्टि की है। NSUI ने इस घटना को पूरे शिक्षा जगत की गरिमा पर हमला बताया है। NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा, “ABVP नेताओं ने पुलिस की मौजूदगी में प्रोफेसर को मारा यह हिंसा नहीं, डर और दबाव की राजनीति का उदाहरण है।” उन्होंने प्रशासन और पुलिस की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए DUSU संयुक्त सचिव और अध्यक्ष दोनों पर कार्रवाई की मांग की है।
यह भी पढ़ें: ‘मिलने से रोका, धमकाया’! हरिओम के परिवार से राहुल की मुलाकात, सीने से लिपट फफक-फफकर रो पड़ी मां
इस विवाद पर DUSU की संयुक्त सचिव दीपिका झा ने अपना पक्ष रखा है। उनका कहना है कि छात्रों ने उन्हें प्रोफेसर सुजीत कुमार द्वारा की गई अभद्रता और मारपीट की शिकायत करने के लिए बुलाया था। दीपिका ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल के कमरे में पुलिस के सामने ही प्रोफेसर ने उन्हें धमकाया, अपशब्द कहे और नशे की हालत में लग रहे थे। हालांकि, दीपिका ने अपने किए पर खेद जताते हुए कहा, “मैं इस घटना पर खेद व्यक्त करती हूं और सभी शिक्षकों से माफी मांगती हूं।” उन्होंने प्रशासन से नशे और राजनीतिक द्वेष के साथ कॉलेज आने वालों पर रोक लगाने की मांग की है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।