लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र, पूर्व मंत्री और आरजेडी से निष्कासित विधायक तेजप्रताप यादव को अब भी अगर कोई हल्के में ले रहा है, तो उसे अपनी सोच पर पुनर्विचार करना चाहिए। एक समय जिनकी पहचान उनके अजीबोगरीब अंदाज और बयानों तक सीमित मानी जाती थी, वही तेजप्रताप आज बिहार की राजनीति में एक नए और साहसी अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेज प्रताप यादव ने पांच छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही है। तेज प्रताप ने राजद को भी अपने मोर्चे में शामिल होने का न्योता दिया है। माना जा रहा है कि अगर तेज प्रताप अपने मोर्चे के साथ सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ते हैं, तो राजद को नुकसान हो सकता है।
लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र, पूर्व मंत्री और आरजेडी से निष्कासित विधायक तेजप्रताप यादव को अब भी अगर कोई हल्के में ले रहा है, तो उसे अपनी सोच पर पुनर्विचार करना चाहिए। एक समय जिनकी पहचान उनके अजीबोगरीब अंदाज और बयानों तक सीमित मानी जाती थी, वही तेजप्रताप आज बिहार की राजनीति में एक नए और साहसी अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेज प्रताप यादव ने पांच छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही है। तेज प्रताप ने राजद को भी अपने मोर्चे में शामिल होने का न्योता दिया है। माना जा रहा है कि अगर तेज प्रताप अपने मोर्चे के साथ सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ते हैं, तो राजद को नुकसान हो सकता है।






