
कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
लखनऊ: रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की एक बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के अलावा डिप्टी सीएम, मंत्री, विधायक व हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। यहां केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में एक ऐसी बात कही जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
राजधानी के लोहिया सभागार में हुई बीजेपी की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में हुई चूक से अवगत कराते हुए विधानसभा उपचुनाव और 2027 के लिए मंत्र दिया गया। शीर्ष नेताओं के भाषणों में ज्यादा से ज्यादा फोकस लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रदर्शन पर केन्द्रित रहा। वहीं, दूसरी पार्टियों की आलोचना भी की गई। लेकिन इस दौरान डिप्टी सीएम और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कुछ ऐसा कहा जिससे राजनीतिक चर्चाओं को माहौल दे दिया है।
लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि “जो दर्द आपका है वही दर्द मेरा भी है” केपी मौर्य के इस बयान के बाद इसके दो मायने निकाले जा रहे हैं। सियासी बैठकों में एक तरप चर्चा है कि केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान के जरिए अपना दर्द शीर्ष नेतृत्व के सामने रख दिया है। इतना ही नहीं वह सीएम योगी के नेतृत्व वाली कार्यशैली को भी हार की वजह के तौर पर मानते हैं। वहीं दूसरा पक्ष कह रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य ने पार्टी के प्रदर्शन से आहत होकर यह बयान दिया है।
आपको पता होगा कि 2017 विधानसभा चुनाव में जीत के बाद चर्चा चली थी कि केशव प्रसाद मौर्य सूबे के सीएम होंगे। लेकिन योगी आदित्यनाथ की बीजेपी ने सीएम पद की जिम्मेदारी दे दी। इसके बाद 2022 चुनाव से करीब 6-7 महीने पहले भी यूपी में माहौल बना कि बीजेपी अन्य राज्यों की तर्ज पर सीएम योगी को हटाकर केपी मौर्य को सीएम बना सकती है। इस बीच केपी मौर्य को दो बार दिल्ली भी पहुंचे लेकिन बात नहीं बनी। फिर चुनाव हुए और केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से हार गए। हालांकि उसके बाद भी उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया। लेकिन लोगों का मानना है कि केशव ने यही दर्द बयां किया है।
दूसरा धड़ा यह कह रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य ने लोकसाभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में हार से आहत होकर ऐसा बयान दिया है। क्योंकि केशव अपने बयान में आगे कहा था कि भारतीय जनता पार्टी में सरकार से ऊपर संगठन है। यह था, है, और रहेगा। वहीं, उन्होंने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि उनका आवास 7 कालिदास मार्ग कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खुला है। हालांकि केशव के मन की बात तो ‘केशव’ ही जान सकते हैं।






