सपा नेता रामकुमार नागर।
लखनऊ। औरंगजेब की कब्र को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन के जमकर बवाल मचा था। इसके बाद से राजनीतिक माहौल भी गरमाया हुआ है। सपा नेता ने रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राजपूत राजा राणा सांगा पर विवादित बयान देकर हिन्दू संगठनों के विरोध के स्वर को तेज कर ही दिया था, इस बीच समाजवादी पार्टी के ही प्रदेश महासचिव ने औरंगजेब को महापुरुष कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया है।
औरंगजेब और मुगल शासकों को लेकर सपा नेताओं के बयान ने हंगामा मचा रखा है। राजपूत नेताओं से उनकी तुलना कर वे लगातार बयानबाजी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। उनके बयानों पर लगातार हिन्दू संगठनों का गुस्सा फूटता जा रहा है। लगातार विरोध प्रदर्शन भी किए जा रहे। राज्य सरकारें विवाद शांत कराने में ही जुटी हुई है।
प्रदेश महासचिव रामकुमार नागर ने देश भर औरंगजेब की कब्र को लेकर रहे विवाद पर कहा, ‘महापुरुष की कब्र को लेकर सियासत करना ठीक बात नहीं है। किसी महापुरुष की कब्र को यदि दो सौ साल बाद खोदा जाएगा तो उसमें कुछ नहीं निकलने वाला है। भाजपा को हिन्दू मुस्लिम के मुद्दे भड़काने के अलावा और कुछ नहीं आता है’।
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‘शिक्षा और बेरोजगारी की कब्र क्यों नहीं खुदवाई जाए’
सपा नेता रामकुमार ने कहा कि भाजपा को शिक्षा और बेरोजगारी की कब्र खोदवानी चाहिए, लेकिन ये लोग ऐसा नहीं करेंगे। मौजूदा सरकार महापुरुषों की कब्र खोदने की बात करेंगे जिससे हिन्दू मुस्लिम विवाद उत्पन्न हो और वे राजनीतिक रोटियां सेंक सकें। जिस तरह की बयानबाजी की जा रही है उससे देश और आम लोगों को ही नुकसान झेलना पड़ता है। आपसी भाईचारे भी इससे प्रभावित होता है। समाज में शांति का माहौल बना रहे ये जरूरी है, सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए।