केन्द्रीय ग्रह मंत्री शाह व यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पुलिस बल को मजबूत और आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 60 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई है। अब राज्य में 60 हजार 244 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र मिलने जा रहा है, इसे अब तक की देश की सबसे बड़ी और पूरी तरह पारदर्शी पुलिस भर्ती माना जा रहा है। अत्याधुनिक तकनीक और सख्त निगरानी के जरिए इस पूरी भर्ती प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है। चयनित अभ्यर्थियों को एक भव्य समारोह में नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे, जिससे यह अवसर न केवल सुरक्षा बल के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक नया कीर्तिमान बनकर सामने रखा जाएगा।
उत्तर प्रदेश में नागरिक पुलिस के लिए की गई अब तक की सबसे बड़ी सीधी भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस भर्ती के तहत 60 हजार 244 आरक्षियों का चयन किया गया है, जिसमें पुरुषों के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाओं को भी अवसर मिला है। पूरी प्रक्रिया को तकनीकी नवाचारों और पारदर्शिता के साथ पूरा किया गया, जिससे यह देश की सबसे विश्वसनीय और निष्पक्ष पुलिस भर्ती बन गई है।
इस भर्ती में कुल 48.17 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया, जिनमें करीब 15.49 लाख महिलाएं शामिल थीं। परीक्षा पूरी तरह निगरानी में नगर क्षेत्र के सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में कराई गई। प्रश्नपत्र की सुरक्षा, परीक्षा केंद्रों का चयन और अभ्यर्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन, फेशियल रिकग्निशन और रियल टाइम आधार सत्यापन जैसे तकनीकी उपाय अपनाए गए।
ओएमआर शीट की स्कैनिंग तक सीसीटीवी की निगरानी में हुई। परीक्षा के बाद 1.74 लाख अभ्यर्थियों को अगले चरण के लिए चयनित किया गया। दस्तावेज सत्यापन, शारीरिक परीक्षण और दौड़ जैसी प्रक्रियाएं प्रदेश के 75 जिलों में कड़ी निगरानी के साथ पूरी हुईं।
प्रशिक्षण भी होगा हाईटेक
सरकार ने केवल चयन तक ही प्रक्रिया को सीमित नहीं रखा, बल्कि प्रशिक्षण को भी आधुनिक और व्यवस्थित बनाने की दिशा में काम किया है। नए प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना के साथ हर आरक्षी को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने पर जोर दिया गया है।
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हर जिले को मिला प्रतिनिधित्व
भर्ती प्रक्रिया में प्रदेश के सभी जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है। आगरा से सर्वाधिक 2,349 अभ्यर्थी सफल रहे, जबकि श्रावस्ती से सबसे कम 25। साथ ही अन्य राज्यों से भी चयन हुआ, जिससे सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन बना रहा।