मोहम्मद शमी अपने परिवार के साथ (सोर्स- सोशल मीडिया)
अमरोहा: भारत के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी को कौन नहीं जानता। आज के समय में वह टीम इंडिया के सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाज हैं। उनकी संपत्ति भी करोड़ों की है, लेकिन ऐसी क्या नौबत आ गई कि शमी की बहन और जीजा को उत्तर प्रदेश सरकार से मनरेगा योजना का फायदा उठाना पड़ रहा है?
दरअसल, मरनेगा भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और जरूरतमंद लोगों को रोजगार प्रदान करता है। ताकि वह अपने परिवार का पालन कर सके। लेकिन अब सवाल ये है कि भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद शमी की बहन और जीजा को इस योजना की क्या जरूरत पड़ गई या फिर ये एक फर्जीवाड़ा है?
मीडिया में खबरें हैं कि एक करोड़पति ने मनरेगा योजना का गलत फायदा उठाया है। उसने अपने परिवार के साथ अपने कई चहेते लोगों को कागजों पर मजदूर बनाया और उनके पैसे उठा रहा है। इस फर्जीवाड़े में उसने सबसे बड़ा नाम तो भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज शमी की बहन शबीना और उनके पति के नाम के साथ किया है।
अमरोहा के जोया ब्लॉक के पलौला गांव में मनरेगा योजना के 657 कार्ड हैं। इनमें से 150 कार्ड सक्रिय हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस लिस्ट में शबीना पत्नी गजनवी का नाम 473वें नंबर पर है। शबीना क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक शबीना का रजिस्ट्रेशन 4 जनवरी 2021 को मनरेगा में हुआ था। 21 मार्च 2022 से 23 जुलाई 2024 तक शबीना ने मनरेगा में 374 दिन काम किया है। इस श्रम के बदले शबीना के खाते में करीब 70 हजार रुपये आए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि शमी की बहन शबीना के पास एक आलीशान फ्लैट है जिसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये है। एक रिपोर्ट के मुताबिक शबीना के पति गजनवी भी मनरेगा मजदूर हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक, उन्होंने 2021 से 2024 तक करीब 300 दिन काम किया है। और इसके बदले में उनके खाते में करीब 66 हजार रुपए आए हैं।
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इसके अलावा उन लोगों को भी मनरेगा मजदूरी मिली है जो या तो इंजीनियर हैं या फिर ठेकेदार हैं। और तो और एमबीबीएस के छात्रों से भी कागजों पर काम कराया गया है और उनके खातों में खूब पैसे आए हैं। ऐसे में अब इस फर्जीवाड़े पर क्या एक्शन लिया जाएगा ये देखने लायक होगा।