पूर्व केंद्रीय मंत्री टेनी और बेटे आशीष पर मुकदमा दर्ज, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर खीरी जिले में चार साल पहले हुए तिकुनिया कांड में नया घटनाक्रम सामने आया है। इस मामले में एक गवाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके पुत्र आशीष मिश्र मोनू के खिलाफ धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया है। यह मामला खीरी के पढ़ुवा थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस ने गवाह बलजिंदर सिंह की तहरीर के आधार पर लंबी जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है।
तीन अक्टूबर 2021 को उत्तर प्रदेश के खीरी जिले के तिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके पुत्र आशीष मिश्रा (मोहनू) पर आरोप लगाया गया था कि आशीष मिश्रा ने अपनी थार गाड़ी से कई किसानों को कुचलकर मार डाला। इस मामले में तिकुनिया कोतवाली में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। दोनों मुकदमों की सुनवाई जिला जज पंचम की अदालत में जारी है और अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को होगी।
इस मामले में नया मोड़ सामने आया है। पढ़ुवा थाना क्षेत्र के गांव कठौवा के निवासी गवाह बलजिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले में गवाही न देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी और आशीष मिश्रा मोनू द्वारा धमकियां दी गईं। पढ़ुवा थाने में तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने आरोपों की जांच-पड़ताल की और इसके बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
कोतवाली प्रभारी पढ़ुवा विवेक कुमार उपाध्याय ने बताया कि बलजिंदर सिंह की शिकायत के आधार पर मामले की पूरी जांच की गई। जांच के बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और उनके पुत्र आशीष मिश्रा पर गवाह को धमकाने, जान से मारने की धमकी देने और आपराधिक षड्यंत्र रचने जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की सुनवाई जिला जज पंचम की अदालत में चल रही है और अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को होगी।
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बता दें कि 3 अक्टूबर 2021 को तिकुनिया में एक भयावह घटना हुई, जिसमें चार किसानों और एक स्थानीय पत्रकार समेत आठ लोग मारे गए। इस मामले में आशीष मिश्रा और उनके साथियों पर आरोप हैं कि उन्होंने फायरिंग की और किसानों को अपनी गाड़ी से रौंदते हुए भाग गए। इसके अगले दिन, 4 अक्टूबर को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्रा और अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। बाद में एसआईटी जांच में पता चला कि यह कोई साधारण हादसा नहींृ बल्कि सोची समझी साजिश के तहत हत्याकांड है।