जियाउर रहमान बर्क व बुल्डोजर (कॉन्सेप्ट फोटो)
लखनऊ: संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। नक्शा पास कराए बिना मकान बनाने के मामले में उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल जियाउर रहमान बर्क अपने नाम मकान होने का कोई सबूत नहीं दे पाए हैं। साथ ही नक्शे को लेकर भी कोर्ट में कोई सबूत नहीं दे पाए।
अब मामले की जांच के लिए संभल के एसडीएम ने दो सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी 3 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। कमेटी जियाउर रहमान के मकान के निर्माण की जांच के लिए 22 मार्च को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। अगर कुछ खामी पाई गई और नक्शा पास नहीं हुआ तो जियाउर रहमान बर्क के मकान पर बुलडोजर चल सकता है।
बता दें कि निर्माणाधीन मकान को लेकर जियाउर रहमान बर्क को पिछले साल कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। संभल के सांसद दीप सराय इलाके में मकान बनवा रहे हैं। उनका कहना है कि यहां उनका पुश्तैनी मकान था, जिसे तोड़कर वह निर्माण कार्य करा रहे थे। 5 दिसंबर को ही जियाउर्रहमान बर्क को नोटिस जारी कर निर्माण कार्य का नक्शा मांगा गया था।
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि नगर निगम से नक्शा स्वीकृत कराए बिना निर्माण कार्य कराए जाने के मामले की मंगलवार को तारीख थी, लेकिन सपा सांसद जियाउर्रहमान की ओर से कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया और न ही कोई ऐसा तथ्य प्रस्तुत किया गया, जिससे साबित हो कि यह कोई नया निर्माण नहीं है।
उन्होंने कहा कि न ही ऐसा कोई साक्ष्य दिया गया, जिससे साबित हो कि यह मकान किसी और का है। हमने एक संयुक्त टीम बनाई है और यह टीम वहां जाकर जांच करेगी कि नया निर्माण कितना पुराना है। वे 3 दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपेंगे और उसके बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे। इसमें अगली तारीख 22 मार्च तय की गई है।
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इससे पहले सपा सांसद के खिलाफ बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया था। उनके आवास पर बिजली चोरी पकड़ी गई थी। इसके बाद 1 करोड़ 91 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इसके बाद बर्क के आवास की बिजली काट दी गई।