प्रशांत कुमार व अखिलेश यादव (सोर्स- सोशल मीडिया)
लखनऊ: यूपी में ठाकुर समाज के 1000 से ज्यादा थाना प्रभारियों की तैनाती का सरकार पर आरोप लगाने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को जवाब देने के लिए सोमवार को खुद डीजीपी प्रशांत कुमार सामने आए। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि थानों में जाति के आधार पर तैनाती नहीं की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना तथ्यों के इस तरह की गलत सूचना नहीं फैलाई जानी चाहिए।
अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में यूपी के थानों में क्षत्रिय या ठाकुर समाज के 1000 से ज्यादा लोगों की तैनाती का सरकार पर आरोप लगाया था। अखिलेश ने यूपी के कई जिलों के नाम बताते हुए वहां के थानों की संख्या बताई और यह भी बताया कि वहां पीडीए और क्षत्रिय समाज के कितने थानेदार तैनात हैं।
अखिलेश के आरोपों के बाद कई जिलों की पुलिस ने थानेदारों का ब्योरा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सार्वजनिक किया। हालांकि थानेदारों की जाति नहीं बताई गई, लेकिन बताया गया कि जनरल, ओबीसी और एससी-एसटी के कितने थानेदार तैनात किए गए हैं। जिलों के बाद यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार खुद अखिलेश यादव को जवाब देने के लिए सामने आए।
अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर प्रशांत कुमार ने उन्हें कई नसीहतें भी दीं। डीजीपी ने कहा कि सभी जगहों पर बार-बार स्पष्ट किया जा चुका है कि पुलिस विभाग में जाति के आधार पर पोस्टिंग नहीं की जाती है। थानों पर पोस्टिंग शासन के निर्देशानुसार की जाती है। इनमें सामान्य, पिछड़ा वर्ग और एससी-एसटी वर्ग के हिसाब से तय कोटे में पोस्टिंग की जाती है।
डीजीपी ने स्पष्ट किया कि अमूमन सभी जिलों में यही स्थिति है। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित इकाई और जिलों की ओर से भी यह स्पष्ट किया जा चुका है। डीजीपी ने आगे कहा कि जो भी इस तरह की भ्रामक सूचनाएं फैला रहा है, उसे पहले तथ्यों के आधार पर इन बातों की जांच कर लेनी चाहिए। किसी भी माध्यम से गलत सूचना का प्रचार करना उचित नहीं है।
प्रयागराज में अखिलेश यादव ने थाना प्रभारियों की पोस्टिंग को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि हमें भी पता है कि अगला डीजीपी कौन होगा। उन्होंने कहा कि अगला डीजीपी कार्यवाहक होगा और उसके नाम के अंत में सिंह लगेगा। बीच का नाम कौन सा होगा, यह अभी तय होना बाकी है।
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थाना प्रभारियों की पोस्टिंग गिनाते हुए अखिलेश ने कहा कि आगरा में एसएचओ और एसओ की कुल 48 पोस्टिंग हैं। इसमें पीडीए के पास 15 और बाकी सिंह बंधुओं के पास हैं। मैनपुरी में कुल 15 थाने हैं। पीडीए के पास 3 और सिंह बंधुओं के पास 10 हैं। चित्रकूट में कुल 10 में से पीडीए के पास 2 और सिंह के पास 5 हैं। महोबा छोटा जिला है। यहां कुल 11 में से पीडीए के पास 3 और सिंह के पास 6 हैं।