भारतीय रेल (सोर्स-सोशल मीडिया)
लखनऊ: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जख्म अभी ताजा ही था कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक और खौफनाक साजिश रची गई थी। आतंक फैलाने की नापाक कोशिश के तहत लखनऊ के रेलवे ट्रैक पर लोहे का भारी दरवाजा रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश हुई थी। हालांकि, समय रहते हुए इसे नाकाम कर दिया गया और अनहोनी होने से बच लिया गया।
लखनऊ में ट्रेन को पलटाने की ये साजिश पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले भी ऐसी घटना सामने आ चुकी है। हालांकि, उतरेटिया में हुए इस साजिश पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है। साथ ही सुरक्षा एजेंसियां भी इसके तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
इस मामले पर इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्रा ने बताया कि रेलवे कर्मचारी अनिल कुमार पांडेय की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। अनिल का कहना है कि बुधवार सुबह करीब 3:45 बजे ट्रैक पर उन्हें लोहे का दरवाजा रखे जाने की जानकारी मिली। करीब 3:45 बजे ही ट्रेन लोहे के दरवाजे के ऊपर से गुजर भी गई। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। लेकिन, इस वजह से कई ट्रेनें प्रभावित हुईं।
अनिल बुधवार तड़के अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौके पर लोहे के दरवाजे के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त मिले। रेलवे कर्मियों ने ट्रैक और उसके आसपास मौजूद लोहे के दरवाजे और उसके हिस्सों को हटाया, जिसके बाद ट्रेन का संचालन फिर से शुरू हो सका।
जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में रहीमाबाद में भी रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का गुटका रखा गया था। वहां भी ट्रेन पलटाने की साजिश रची गई थी। इस संबंध में पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की। हालांकि, रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का गुटका किसने रखा, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की जान चली गई है। हैरानी की बात ये है कि आकंतियों ने पर्यटकों को अपना निशाना बनाया। पर्यटकों से उन्होंने उनका मजहब पूछा और हिन्दूओं को मौत के घाट उतार दिया।