क्यूबा (सोर्स: सोशल मीडिया)
नवभारत डेस्क:हर जगह ये अनिवार्य नहीं है, लेकिन 38 देश ऐसे हैं जहां ट्रैवल इंश्योरेंस लेना कानूनी तौर पर ज़रूरी है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा सके और उनके डॉमेस्टिक हेल्थकेयर सिस्टम पर ज़्यादा बोझ न पड़े।
जब किसी देश में ट्रैवल इंश्योरेंस को अनिवार्य कर दिया जाता है, तो यह उस देश में प्रवेश करने या वीज़ा के लिए आवेदन करने के लिए कानूनी रूप से आवश्यक हो जाता है। इन मैंडेटरी पॉलिसियों के फायदे भी आमतौर पर रेगुलर ट्रैवल इंश्योरेंस की तरह ही होते हैं, जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी, फ्लाइट में देरी, सामान/पासपोर्ट खो जाने, संपत्ति के नुकसान होने या फिर शारीरिक चोट लगने पर कवरेज।
कुछ देशों में यात्रियों के लिए मैंडेटरी इंश्योरेंस पर अतिरिक्त शर्तें लागू होती हैं। उदाहरण के लिए, आपको न्यूनतम अवधि के लिए न्यूनतम कवरेज वैल्यू वाली पॉलिसी लेनी पड़ सकती है। इसी तरह, कुछ देशों में एडवेंचर एक्टिविटीज़ में भाग लेने या महामारी और नागरिक अशांति जैसी आपात स्थितियों के दौरान ट्रैवल इंश्योरेंस ज़रूरी होता है।
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कभी-कभी, ये नियम अस्थायी होते हैं। उदाहरण के लिए, कोविड-19 महामारी के दौरान सिंगापुर और भूटान जैसे देशों ने यात्रियों के लिए कोविड-19 कवरेज वाले इंश्योरेंस को अनिवार्य कर दिया था। हालांकि, महामारी के थमने के बाद कई जगहों पर ऐसी पाबंदियां हटा दी गई हैं।
कई देशों में भारतीय यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल इंश्योरेंस अनिवार्य होता है, और आमतौर पर मेडिकल इमरजेंसी, COVID-19 उपचार या इवैक्युएशन के लिए कवरेज शामिल होता है। प्रमुख उदाहरणों में क्यूबा, एक्वाडोर (गालापागोस के लिए), अरूबा, जॉर्डन, नेपाल (ट्रेकिंग/माउंटेनियरिंग), वियतनाम, ईरान, लाओस, कतर, रवांडा, और सेशेल्स शामिल हैं।
शेंगेन देशों में कम से कम 30,000 युरो का कवरेज ज़रूरी होता है, जबकि रूस, तुर्की, UAE (मल्टीपल-एंट्री वीज़ा), सऊदी अरब, और USA में छात्रों के लिए के लिए भी विशेष आवश्यकताएं होती हैं। दूर-दराज के स्थानों जैसे अंटार्कटिका में, कॉम्प्रिहेंसिव मेडिकल इवैक्युएशन कवरेज आवश्यक होता है। अपना ट्रैवेल प्लान करने से पहले हमेशा एम्बेसी या ऑफिशियल वेबसाइट से अपडेट किए गए नियमों की जांच करें।
बता दें कि उन देशों में यात्रा करने से पहले अपना ट्रैवेल इंश्योरेंस पहले से ही करवा लें जहां इंश्योरेंस अनिवार्य होता है। यह सुनिश्चित करें कि आपकी पॉलिसी स्थानीय नियमों के अनुसार हो, जिसमें आवश्यक राशि, अवधि, और कवर शामिल हो। फोनपे जैसे प्लेटफॉर्म के ट्रैवेल इंश्योरेंस की आसान प्रक्रिया होती है और ये कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज के साथ आते हैं।