Google Maps से कैसे हो रही है परेशानी। (सौ. Pixabay)
Google Maps Danger: आज के डिजिटल युग में हम अपने हर छोटे-बड़े काम के लिए Google पर निर्भर हो गए हैं। चाहे गली-मोहल्ले का रास्ता हो या किसी दूरदराज इलाके की डेस्टिनेशन, ज्यादातर लोग अब Google Maps पर भरोसा करके सफर करते हैं। लेकिन यही भरोसा कई बार जानलेवा साबित हो रहा है।
Google Maps या नेविगेशन एप शॉर्टकट और सीधे रास्ते दिखाने के चक्कर में कई बार लोगों को गलत दिशा में भेज देता है। नतीजा यह होता है कि कोई बंद गली में फंस जाता है, कोई कीचड़ या गड्ढे में गाड़ी उतार देता है और कभी-कभी लोग नहर या नदी तक में जा गिरते हैं। ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें लोगों को गलत रास्ता दिखाने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी।
हम जिन रास्तों को पीढ़ियों से जानते आए हैं, उन्हीं को अब Google से खोज रहे हैं। मोबाइल या कार के डैशबोर्ड पर लोकेशन डालकर आंख मूंदकर चल पड़ना किसी अनजान नंबर पर फोन लगाकर बातचीत करने जैसा है। फर्क बस इतना है कि यहां गलती जान पर भारी पड़ सकती है। यहां तक कि कभी-कभी पुलिस तक को Google गलत रास्ते पर ले जाकर बड़ी परेशानी में डाल चुका है।
विशेषज्ञों का कहना है कि Google Maps ज्यादातर मामलों में सही होता है, लेकिन 20% मामलों में यह भटकाता है।
इन जगहों पर Google अक्सर गलत रास्ता दिखा देता है। कारण है इसका एल्गोरिद्म और पूर्व में सुरक्षित डेटा। यह नए डेवलपमेंट या रास्तों में आई बाधाओं को तुरंत अपडेट नहीं कर पाता।
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आज Google Maps हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। शादी का निमंत्रण हो या शोक संदेश हर जगह लोकेशन लिंक दिया जाने लगा है। यहां तक कि युवा पीढ़ी प्रेम-प्रसंग में भी लोकेशन का सहारा ले रही है। लेकिन सुविधा के इस दौर में खतरा भी बढ़ रहा है। लोकेशन पर आंख मूंदकर भरोसा करना कई बार भारी नुकसान पहुंचा देता है और जान पर बन आता है।
तकनीक हमारी मदद के लिए बनी है, लेकिन उस पर पूरी तरह निर्भर होना खतरनाक है। Google Maps का इस्तेमाल जरूर करें, मगर अपनी समझ और स्थानीय जानकारी को नज़रअंदाज न करें। रास्ता पूछने और जांचने की पुरानी परंपरा आज भी सुरक्षित है और कई बार जान बचा सकती है