प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स -सोशल मीडिया)
नवभारत डेस्क: केरल में नशे के खिलाफ जंग तेज हो गई है। पुलिस और आबकारी विभाग लगातार छापेमारी कर रहे हैं, जिससे कई गिरफ्तारियां हुई हैं और भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किए गए हैं। इसी बीच कोझीकोड में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां पुलिस से बचने के लिए एक युवक ने MDMA के पैकेट निगल लिए और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना बताती है कि राज्य में ड्रग माफिया कितने सक्रिय हैं और पुलिस उन पर शिकंजा कसने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। राज्य सरकार अब इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए और सख्त कदम उठा रही है।
कोझीकोड के थामरसेरी में शुक्रवार सुबह पुलिस चेकिंग के दौरान 28 वर्षीय ईयादन शानिद को रोका गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने जल्दी से दो छोटे पैकेट निगल लिए, जिनमें MDMA था। पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उसके पेट में ड्रग्स के ग्रैन्यूल्स थे। शुक्रवार रात अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और शनिवार को उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी, लेकिन शानिद पहले भी ड्रग मामलों में शामिल रह चुका था।
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केरल पुलिस ने ड्रग माफिया के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। त्रिशूर में पुलिस ने दो भाइयों सहित तीन युवकों को पकड़ा, जो पिता की मौत और मां के विदेश जाने के बाद ड्रग्स बेचने लगे थे। इनके घर से 4 किलो गांजा और 70 ग्राम सिंथेटिक ड्रग्स बरामद हुए। वायनाड में एक ड्रग तस्कर ने पुलिस चेकिंग के दौरान एक एक्साइज अधिकारी को टक्कर मार दी। यह घटना केरल-कर्नाटक सीमा पर बावाली चेकपोस्ट पर हुई। आरोपी हैदर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो बेंगलुरु से केरल में ड्रग्स की तस्करी करता था। कन्नूर में पुलिस ने एक लॉज पर छापा मारा, जहां से एक युवक और उसकी गर्लफ्रेंड को 4 ग्राम MDMA और 9 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया। ये सभी घटनाएं दिखाती हैं कि केरल में ड्रग्स का नेटवर्क कितना फैला हुआ है और पुलिस इसे खत्म करने के लिए पूरी तरह सतर्क हो चुकी है।
केरल में नशे से जुड़े अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। 2016 से 2021 के बीच NDPS एक्ट के तहत 37,340 मामले दर्ज हुए थे, लेकिन 2024 तक यह संख्या बढ़कर 87,702 हो गई। हाल ही में 22 फरवरी से 1 मार्च तक चले विशेष अभियान में पुलिस ने 17,246 लोगों की जांच की, 2,854 को गिरफ्तार किया और 1.3 किलो MDMA तथा 153 किलो गांजा जब्त किया। हालांकि, बढ़ते मामलों के बावजूद केरल ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। राज्य में NDPS मामलों में 98.19% की कन्विक्शन रेट है, जो राष्ट्रीय औसत 78.1% से कहीं अधिक है। सरकार अब ड्रग तस्करों के खिलाफ और कठोर कदम उठाने की तैयारी कर रही है, जिससे केरल को नशा मुक्त बनाया जा सके।