
गिरफ्तार गैंग के सदस्य। इमेज-सोशल मीडिया
Bengaluru Drugs Racket: कर्नाटक के अनाकापल्ली जिले में पुलिस ने बेंगलुरु के महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर तमिलनाडु और श्रीलंका से जुड़े बड़े इंटरनेशनल गांजा तस्करी गैंग चलाने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि आंध्र-ओडिशा सीमा क्षेत्र से श्रीलंका में गांजे की तस्करी का यह पहला बड़ा मामला है।
नथावरम पुलिस ने सूचना के आधार पर ये गिरफ्तारियां कीं। टीमों ने नथावरम के पास सूर्यकैलासा के नजदीक एक गिरोह को रोका और 74 किलोग्राम गांजा, एक कार और दो बाइक जब्त कीं। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जांचकर्ताओं ने बताया कि इस गैंग का नेतृत्व रेणुका और उसके सहयोगी सूर्य कैलाश कर रहे थे। इन्होंने ओडिशा से गांजा मंगवाने और उसे आगे भेजने के लिए नरसिपटनम में एक घर किराए पर लिया था। तस्करी का माल बलिमेला और चित्रकोंडा के आदिवासी इलाकों से लिया जाता था। पुलिस ने बताया कि गिरोह में बेंगलुरु और कोयंबटूर के लोग भी जुड़े थे। उन्हें गिरोह के विस्तार और रसद प्रबंधन में मदद के लिए लाया गया था। खेपों को गुप्त रूप से पहुंचाने के लिए बिचौलियों का इस्तेमाल हो रहा था। ड्राइवर पकड़े जाने से बचने के लिए राजमार्गों के रास्ते ड्रग्स की ढुलाई करते थे।
आरोपियों ने राजपालयम राजमार्ग जंक्शन के रास्ते तमिलनाडु में गांजा पहुंचाया। वहां इसे छोटे-छोटे पैकेटों में बांटा गया। आरोप है कि इस गैंग ने तस्करों से संपर्क साधकर खेप को श्रीलंका तक पहुंचाया। इससे तस्करी मार्गों में काफी वृद्धि हुई है। पुलिस का कहना है कि अतिरिक्त कड़ियों, वित्तीय लेन-देन और विदेशी संपर्कों की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है। अधिकारियों की ओर से एक सुनियोजित अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों के गैंग को ध्वस्त करने के प्रयासों के चलते और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
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गाडे रेणुका बेंगलुरु की सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। यह आंध्र-ओडिशा सीमा क्षेत्र से प्राप्त उच्च गुणवत्ता वाली शीलावती किस्म की गांजा की आपूर्ति करने वाले गैंग की प्रमुख है। आरोपी रेणुका आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले की निवासी हैं। इसने तस्करी के इस गैंग को बनाया और विस्तार किया है। गैंग पर मजबूत कंट्रोल के कारण उनके सहयोगी उन्हें लेडी डॉन के नाम से जानते थे।






