
जसप्रीत बुमराह (फोटो- सोशल मीडिया)
IND vs AUS 3rd T20: भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां पांच टी-20 मैचों की सीरीज खेली जा रही है। पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया, जबकि दूसरे मुकाबले में भारत को चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा। अब तीसरा टी-20 मैच रविवार को होबार्ट में खेला जाएगा, जहां जसप्रीत बुमराह के पास एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का मौका है।
बुमराह ने अब तक 77 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की 75 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 98 विकेट लिए हैं। अगर वे होबार्ट में 2 विकेट लेने में सफल रहते हैं, तो वे भारत के दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे जिन्होंने टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में 100 विकेट पूरे किए हों। इससे पहले अर्शदीप सिंह ने 65 मैचों में 101 विकेट लेकर यह उपलब्धि हासिल की है।
अगर अर्शदीप को तीसरे टी20 में खेलने का मौका नहीं मिलता और बुमराह 4 विकेट लेने में सफल रहते हैं, तो वे भारत के सबसे ज्यादा टी20 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन सकते हैं। यह उपलब्धि उन्हें भारतीय टी-20 इतिहास में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा सकती है।
भारत के अन्य गेंदबाजों में हार्दिक पांड्या भी 100 विकेट के करीब हैं। उन्होंने 120 मैचों में 98 विकेट लिए हैं, लेकिन वे इस सीरीज का हिस्सा नहीं हैं। वहीं युजवेंद्र चहल ने 80 मैचों में 96 विकेट लिए हैं, लेकिन वे लंबे समय से टी-20 टीम से बाहर चल रहे हैं। चहल ने आखिरी टी20 मैच अगस्त 2023 में खेला था।
अगर अंतर्राष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट की बात करें, तो सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अफगानिस्तान के राशिद खान के नाम है। उन्होंने 108 मैचों में 182 विकेट लिए हैं। उनके बाद न्यूजीलैंड के टिम साउदी (164 विकेट), बांग्लादेश के मुस्तफिजुर रहमान (155 विकेट), ईश सोढ़ी (150 विकेट) और शाकिब अल हसन (145 विकेट) का नाम आता है।
यह भी पढ़ें: IND vs AUS 3rd T20 Weather Report: क्या मौसम ले जाएगा मैच का मजा? होबार्ट में टीम इंडिया की परीक्षा
बुमराह की गेंदबाजी की खासियत उनकी यॉर्कर और डेथ ओवर में नियंत्रण है। दूसरे टी20 में उन्होंने मैथ्यू शॉर्ट को शानदार यॉर्कर से क्लीन बोल्ड किया था। कप्तान सूर्यकुमार यादव भी बुमराह को अपनी मुख्य हथियार मानते हैं, खासकर पावरप्ले में। तीसरे टी-20 में बुमराह के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें होंगी। अगर वे 100 विकेट पूरे करते हैं, तो यह न सिर्फ उनके करियर की बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी गर्व का क्षण होगा।






