आर पी सिंह की शुरुआती क्रिकेट यात्रा बेहद प्रभावशाली रही। 2004 में बांग्लादेश में आयोजित अंडर-19 विश्व कप में उनके प्रदर्शन ने सभी का ध्यान खींचा। इसके बाद उत्तर प्रदेश की ओर से रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने लगातार मजबूत प्रदर्शन किया। घरेलू क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें 2005 में भारतीय वनडे टीम में शामिल होने का मौका मिला। डेब्यू के तुरंत बाद उन्होंने खुद को साबित किया और एमएस धोनी की कप्तानी वाली टीम में मुख्य गेंदबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई।















