शुभमन गिल (फोटो-सोशल मीडिया)
मैनचेस्टर: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में अब तक तीन मैच हो चुके हैं। जिसमें इंग्लैंड ने दो और भारत ने एक मैच जीते है। लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने 22 रनों से जीत हासिल की थी। इस जीत के साथ इंग्लैंड ने 2-1 की बढ़त बना ली है। इस सीरीज का चौथा मुकाबला 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा।
ओल्ड ट्रैफर्ड के मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट मुकाबला खेला जाएगा। इस मुकाबले को जीतकर इंग्लैंड की टीम सीरीज जीतने की कोशिश करेगी। वहीं भारतीय टीम इस मैच को जीतकर सीरीज में बराबरी करना चाहेगी। शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम को यह मैच हर हाल में जीतना होगा। हालांकि, टीम इंडिया के लिए यह राह इतना आसान नहीं है। भारतीय टीम मैनचेस्टर में एक भी मुकाबला नहीं जीती है।
भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड के इस मैदान पर साल 1936 में पहली बार टेस्ट मैच खेला था, जो ड्रॉ रहा। भारतीय टीम ने अब तक यहां कुल नौ टेस्ट खेले हैं, जिसमें एक भी जीत हासिल नहीं की। मैनचेस्टर के मैदान पर भारतीय टीम ने सभी मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेले हैं। जिसमें चार मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं पांच मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।
भारत ने आखिरी बार अगस्त 2014 में इस मैदान पर टेस्ट मैच खेला था, जिसमें उसे पारी और 54 रन से हार का सामना करना पड़ा। अब भारतीय टीम 11 साल इस मैदान पर खेलने उतरेगी। रविंद्र जडेजा को छोड़कर बाकी कोई भी इस मैदान पर नहीं खेला है। मौजूदा भारतीय टीम के लगभग सभी सदस्यों के लिए मैनचेस्टर में एक नया अनुभव होगा।
इस मैदान पर भारतीय टीम को पहली जीत की तलाश होगी। कप्तान शुभमन गिल अगर टीम को जीत दिलाने में कामयाब होते हैं तो वह इतिहास रच देंगे। वह भारत के पहले कप्तान बन जाएंगे, जो मैदान पर जीत दर्ज करेंगे। वहीं इसके साथ ही वो कई रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे।
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इंग्लैंड का ओलर्ड ट्रैफर्ड में रिकॉर्ड अच्छा है। इंग्लैंड की टीम ने इस मैदान पर अब तक 84 टेस्ट खेले हैं। वहीं इस दौरान इंग्लैंड को 33 मुकाबले को जीत मिली है। जबकि 15 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इंग्लैंड ने इस ग्राउंड पर 36 मुकाबले ड्रॉ करवाए हैं। ऐसे में इंग्लैंड का पलड़ा इस मैदान पर भारी है।
वहीं इस ग्राउंड पर जो इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज रूट को रोकना भी बेहद जरूरी होगा। जो रूट का ओल्ड ट्रैफर्ड में रिकॉर्ड शानदार रहा है।जो रूट ने इस मैदान पर 11 टेस्ट मैचों में 978 रन बनाए हैं, जिसमें एक दोहरा शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं। यहां उनका सर्वोच्च स्कोर 254 रन है। लॉर्ड्स में 37वां टेस्ट शतक लगाने के बाद रूट ओल्ड ट्रैफर्ड में एक बार फिर इंग्लैंड की उम्मीद होंगे।