
रवींद्र जडेजा (फोटो- सोशल मीडिया)
India vs South Africa: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट में चौथे दिन का खेल खत्म हो चुका है और स्थिति भारत के लिए बेहद कठिन बन गई है। मेहमान टीम 549 रनों का विशाल लक्ष्य देकर पहले ही दबाव बना चुकी है। इसके जवाब में भारतीय टीम ने दिन के अंत तक सिर्फ 27 रन पर अपने दो अहम विकेट खो दिए। ऐसे में पांचवें दिन टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ा लक्ष्य किसी तरह मैच को ड्रॉ की दिशा में ले जाना होगा। साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की आक्रामक लय को देखकर यह चुनौती और भी बड़ी लग रही है।
दिन का खेल खत्म होने के बाद रवींद्र जडेजा मीडिया से बातचीत के लिए आए। उन्होंने टीम की स्थिति को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि मैच की हालत टॉस हारने के कारण बिगड़नी शुरू हुई। जडेजा ने कहा कि 2019 की सीरीज और मौजूदा हालात में बहुत ज्यादा फर्क नहीं है, लेकिन क्रिकेट में टाइमिंग और शुरुआत बेहद मायने रखती है।
जडेजा ने बताया कि “अगर हम टॉस जीत जाते तो कहानी कुछ और होती। पहली इनिंग का फायदा काफी बड़ा होता, लेकिन यह खेल का हिस्सा है और इसे मानकर आगे बढ़ना ही पड़ता है।”जडेजा के इस बयान को देखकर साफ है कि टीम की मौजूदा स्थिति का प्रेशर खिलाड़ियों पर साफ दिख रहा है।
जडेजा ने साफ किया कि भारत के लिए जीत का मतलब अब केवल मैच को अंतिम दिन तक खींचकर ड्रॉ कराना है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी डिफेंसिव तकनीक पर भरोसा करना होगा और धैर्य के साथ खेलना होगा। जडेजा ने कहा कि “अगर हम पूरे दिन टिक गए तो यह हमारे लिए जीत जैसा ही होगा। बस सही शॉट चुनना और विकेट बचाना ही प्राथमिकता है।”
भारत को चौथे दिन आखिरी सत्र में बल्लेबाजी का मौका मिला था। टीम को संभलकर शुरुआत करने की जरूरत थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। यशस्वी जायसवाल को मार्को यानसेन ने पवेलियन भेजा, जबकि केएल राहुल साइमन हार्मर के सामने टिक नहीं सके। शुरुआती दो झटकों ने टीम इंडिया को मुश्किल में डाल दिया।
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फिलहाल साई सुदर्शन और नाइटवॉचमैन कुलदीप यादव क्रीज पर हैं और पांचवें दिन भारत की उम्मीदें इन्हीं पर टिकी होंगी। लेकिन पिच पर बढ़ती स्पिन और उछाल को देखते हुए साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों के लिए आठ विकेट निकालना मुश्किल नहीं दिख रहा।






