आईसीसी ट्रॉफी (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: हिंदुस्तान में इस वक्त इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के 18वें संस्करण का आयोजन हो रहा है। रविवार 28 अप्रैल तक आईपीएल के 29 मैच खेल जा चुके हैं। इस दौरान सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के क्रिकेट लविंग नेशन के फैंस इसका भरपूर आनंद ले रहे हैं। इसमें भारत और विदेश दोनों जगह के खिलाड़ी अपने दमदार प्रदर्शन कर टीम को मैच जीताने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसी बीच आईसीसी के वर्तमान अध्यक्ष व पूर्व में बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने पड़ोसी देश अपगानिस्तान की महिलाओं के लिए एक बड़ा निर्णय ले लिया है।
दरअसल, आईसीसी भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। अब आईसीसी के इस कदम के बाद वहां के कट्टरपंथी लोगों में हड़कंप मच सकता है। यही नहीं बल्कि पाकिस्तान में अंदरखाने मौजूद कुछ संगठनों को आईसीसी के इस कदम से तकलीफ हो सकती है। इस वक्त पाकिस्तान में कुछ तालिबानी संगठन मौजूद हैं। ऐसे में कुछ दिन बाद पाकिस्तान से इसका विरोध भी हो सकता है।
जय शाह का ये फैसला उनके आईसीसी पद की कुर्सी संभालने के तुरंत बाद लिया गया है। गौरतलब है कि आफगानिस्तान में तालिबान के शासन के बाद वहां की महिलाओं के लिए कई प्रकार के बेन लगा दिए गए थे। अब आईसीसी द्वारा बनाई गई टास्क फोर्स की जरिए अफगान महिला खिलाड़ियों को सहायता दी जाएगी। इसके लिए इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ बीसीसीआई और आईसीसी एक साथ मिलकर इस काम को करेंगे।
आईसीसी द्वारा निर्मित इस टास्ट फोर्स के द्वारा अफगानिस्तानी महिला खिलाड़ियों को खेल के लिए जरूरी सहायता और रिसोर्स प्रदान करेगी। इस बारे में बात करते हुए जय शाह ने बताया कि, “आईसीसी की पूरी टीम प्रतिबद्ध है कि प्रत्येक क्रिकेटर को सफलता प्राप्त करने का अवसर जरूर मिले, फिर चाहे उसके सामने कैसी भी परस्थितियां क्यों न हो।”
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इसके आगे आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने कहा कि, “अपने साझेदारों के सपोर्ट से इस टास्क फोर्स और फंड कोष के गठन पर हमें गर्व है। हम इस हाई-परफॉर्मेंस प्रोग्राम के तहत यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अफगानिस्तान की विस्थापित महिला क्रिकेटर्स आगे बढ़ सकें।”