गौतम गंभीर (फोटो-सोशल मीडिया)
लंदन: इंग्लैंड में खेले जाने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम जोर-शोर से तैयारी में जुटी है। भारतीय टीम 7 जून से इंग्लैंड पहुंचकर अभ्यास शुरू कर दी है। भारतीय टीम का भारत ए के साथ शुक्रवार से इंट्रा स्क्वाड मैच खेला जाएगा। भारत ए की टीम इंग्लैंड में दो अनाधिकारिक टेस्ट मुकाबला खेल चुकी है।
भारतीय टीम ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए बेकेनहैम में अपना कैंप बनाया है। इस दौरान भारतीय टीम के क्रिकेटर खूब पसीना बहाते दिख रहे हैं। वहीं इस दौरान भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने पिच क्यूरेटर जोश मार्डेन से अनुरोध किया है कि वो ऐसी पिच तैयार करें जो पांच टेस्ट मैचों के दौरान गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के लिए मददगार साबित हो। पिच क्यूरेटर ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हां, गौतम गंभीर और बाकी कोचिंग स्टाफ ने अपनी मीटिंग के बाद हमसे बात की। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें ऐसी पिच चाहिए जो बहुत सपाट या ज्यादा हरी न हो, जिससे हम मैच की तैयारी कर सके। वे सिर्फ बल्लेबाजी का अभ्यास नहीं, बल्कि मैच जैसी असली परिस्थितियां चाहते थे। इसलिए हमने पिच पर कुछ बदलाव किए। जैसे घास की मात्रा को संतुलित किया, नेट की चौड़ाई और लंबाई में सुधार किया। इसके बाद से मिली प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक रही है।
उन्होंने कहा कि हमें जो बताया है, उसके मुताबिक अब ध्यान सिर्फ रन बनाने पर नहीं, बल्कि कम ओवरों और सफल अभ्यास पर है। वो ऐसी पिच चाहते हैं, जिससे नतीजा निकल सके। जहां अच्छी गेंदबाजी का फायदा मिले और गलतियों की सजा भी मिलें। हम भी ऐसी ही पिच देने की कोशिश कर रहे हैं।
इंग्लैंड की परिस्थितियां आमतौर पर स्विंग गेंदबाजी के अनुकूल होती हैं, जिससे भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। जिसकी अगुआई जसप्रीत बुमराह कर रहे हैं, जो अपने वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण केवल तीन मैच ही खेलेंगे। भारतीय गेंदबाजों से फीडबैक के बारे में पूछे जाने पर मार्डेन ने जवाब दिया कि हमने बुमराह जैसे खिलाड़ियों से सीधे तौर पर बातचीत नहीं की है, लेकिन कोचिंग स्टाफ ने विस्तृत फीडबैक दिया है।