शुभारंभ रियल एस्टेट के सीईओ शक्ति मेहता
नागपुर शहर की विकास की बात की जाए, तो शहर का वर्टीकल और हॉरिजोंटल दोनों तरह से चारों दिशा में विकास हो रहा है पर पश्चिम भाग में ज्यादा तेजी से रियल एस्टेट में ग्रोथ हो रही है, यह मानना है शुभारंभ रियल्टर्स के निदेशक श्री शक्ति मेहता जी का। वर्ष 2006 में इस व्यवसाय में पदार्पण करने वाले मेहता जी अभी तक 12 लेआउट पूरी तरह नागरिकों तक पहुंचाने से वहां लोग खुशी से रह रहें है। इस समय उनके 4 लेआउट पर काम शुरू हैं।
मेहता जी ने बताया कि वर्ष 2005 से 2009 में रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी थी। इस दौर में कई नए लोग भी इस व्यवसाय से जुड़ गए थे। उन्होंने नागरिकों को दिवास्वप्न दिखा कर प्रॉपर्टी बेची और इस समय वे मार्केट से बाहर हैं। वर्तमान समय में भी प्रॉपर्टी क्षेत्र में वहीं तेजी वापस आ रही है। इस बार नौवसिखिए कम हैं, क्योंकि रेरा ने काफी अंकुश लगाया है। व्यवहार में अब पारदर्शिता आ गई है, जिससे मार्केट में अब जानकार ही बचे हैं।
मेहता जी का कहना है कि उनकी कंपनी ने अपनी रफ्तार तब और अब भी बरकरार रखी है। उनका सिद्धांत है कि ग्राहकों को झूठे वादे कर, उन्हें साकार होने वाले सपने मत दिखाएं। वे ग्राहकों से भी कहना चाहते हैं कि डिस्काउंट और ऑफर के चक्कर में मत पड़ें। वे कहते हैं कि प्लॉट या फ्लैट लेने के लिए ग्राहक अपनी जीवन भर की सारी पूंजी लगा देते हैं, लोन भी लेते हैं। ऐसे में झूठे प्रलोभनों में फंसकर जीवन भर दुखी रहने की बजाय प्रॉपर्टी खरीदते समय ही सावधानी बरतने से जीवन भर का कष्ट दूर हो जाएगा। उनका कहना है कि घर का सपना भी सूकुन के साथ पूरा होता है और भविष्य में अगर उसे बेचना चाहो तो दाम भी अच्छे मिलते हैं। इसलिए ग्राहकों को हर समय सही बिल्डर और सही ब्रोकर का चयन करना आवश्यक है।
मेहता जी का मानना है कि इस समय काटोल रोड़, खासकर पश्चिम नागपुर प्रॉपर्टी खरीदारों के लिए हॉट डेस्टीनेशन बन गया है। मेहता जी कहते हैं कि शहर के चारों ओर प्रॉपर्टी बिक रही हैं पर कहीं एनएमआरडीए स्विकृत नहीं, तो कहीं अन्य समस्याएं हैं। वहीं नेचर लव्हर पश्चिम नागपुर को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। क्योंकि यहां फुटाला, अंबाझरी तालाब और गोरेवाड़ा लेक, गोरेवाड़ा झू भी हैं। जीरो माइल से और अन्य स्कूल कॉलेजों से कनेक्टीविटी नजदीक है।
अपनी सफलता का राज बताते हुए मेहता जी ने बताया कि उनका नियम है कि वे अपने लेआउट में 60 प्रतिशत के एंड यूजर को ही देते हैं और बचे हुए 40 प्रतिशत निवेशकों के लिए रखते हैं। उनकी सारी स्कीम में लोग रहने लगे हैं। केवल निवेशकों को देने से स्किम खंडहर में बदल जाने में देर नहीं लगती। उनकी सारी स्कीम में 10 प्रतिशत पुराने ग्राहक ही होते हैं या उनके रेफरेंस से नए ग्राहक आते हैं। इन दिनों निवेशक शहर और बाहर के भी आ रहे हैं। दोनों का अनुपात 50-50 प्रतिशत है। उन्होंने सुझाया कि शहर से दूर निवेश में ज्यादा एप्रिसिएशन और किफायती दाम में प्लाट उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि नए क्षेत्र में निवेश करने से ज्यादा लाभ होता है।