जो पहले असंभव लगता था, वह अब संभव हो गया. समृद्धि मार्ग के पहले चरण का ट्रायल सफल रहा. यह समृद्धि महामार्ग आधुनिक महाराष्ट्र की नई भाग्यरेखा है. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्टीयरिंग संभाला और नागपुर से शिरडी का सफर 5 घंटे में पूरा कर लिया. उनके बगलवाले सीट पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे थे. दोपहर 12.35 को निकले और शाम 5.15 बजे शिरडी पहुंच गए. समृद्धि मार्ग की वजह से लंबे सफर को आसान और तीव्रगामी बनाना संभव हो गया. नागपुर से शुरू होने वाले समृद्धि मार्ग का जीरो पाइंट से सीएम व डिप्टी सीएम ने निरीक्षण दौरा शुरू किया तथा नागपुर, वर्धा, अमरावती, वाशिम, बुलढाणा जिलों का निरीक्षण करते हुए शिरडी तक मंजिल तय की. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया व्यक्त की कि समृद्धि एक्सप्रेस वे विदर्भ सहित राज्य के 10 जिलों के विकास में गेमचेंजर साबित होगा. जब इस बहुउद्देशीय प्रकल्प की शुरूआत हुई तब देवेंद्र मुख्यमंत्री और मैं एमएसआरडीसी का मंत्री था.
फडणवीस की संकल्पना से यह मार्ग तैयार हुआ है. उनके साथ इसका उद्घाटन होते देखना विशेष आनंद का विषय है. हिंदू हृदय सम्राट बाल ठाकरे के नाम पर बन रहे इस मार्ग पर चलना अलग ही अनुभव है. 2023 तक समृद्धि एक्सप्रेस वे को मुंबई तक खोल दिया जाएगा. 701 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे के निर्माण पर 49,250 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत आएगी. इस सफल ट्रायल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को समृद्धि एक्सप्रेस वे के पहले चरण का लोकार्पण करेंगे. किसी भी देश की तरक्की की बुनियाद अच्छी सड़कों पर निर्भर रहती है.
नाम से ही जाहिर है कि समृद्धि महामार्ग समृद्धि लाएगा. इसके दोनों ओर की जमीनों का विकास होगा. वहां कल-कारखाने लगेंगे. लोगों को रोजगार मिलेगा और जीवनस्तर बेहतर होगा. समृद्धि महामार्ग के किनारे 18 नए नगर बनाए जाएंगे. लंबे सफर में 20 वे-साइड एमेनिटीज रहेंगी. उपराजधानी नागपुर से मुंबई की दूरी एक विवशता बनी हुई थी. विमान यात्रा का अपवाद छोड़ दें तो सड़क व रेल मार्ग से जाने में काफी समय लगता था. समृद्धि महामार्ग का जब पूरी तरह निर्माण हो जाएगा तो यह सुहाना सफर कम समय में तय होने लगेगा. विकास इसी को कहते हैं.
इसके पीछे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की दूर दृष्टि है. जब सुविधा चाहिए तो भारी लागत लगती है और उसकी कीमत भी चुकानी पड़ती है. नागपुर से शिरडी के बीच 9 स्थानों पर टोल प्लाजा बनाए गए हैं. पहला टोल प्लाजा वायफड़ में है. समृद्धि महामार्ग में प्रस्तावित वाहन वेग 150 किमी प्रति घंटा और पहाड़ी क्षेत्र में 120 किमी प्रति घंटा रहेगा. सड़क की चौडाई 120 मीटर तथा पहाड़ी इलाके में 90 मीटर रहेगी. एक्सप्रेस वे के मार्ग में 32 बड़े पुल, 317 छोटे पुल, 7 सुरंग (बोगदे) 8 रेलवे ओवर ब्रिज आएंगे. 25 इंटरचेंजेस प्रस्तावित हैं. यह सिविल इंजीनियरिंग का चमत्कार साबित होगा.