इंजेक्शन का दर्द कम करने वाला उपकरण तैयार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur News: टीका या इंजेक्शन लगवाने के दौरान और बाद में दर्द होता है, इसलिए कुछ शोधकर्ताओं ने इसका समाधान खोज लिया है। अब इंजेक्शन लगवाते समय दर्द नहीं होगा। शहर के विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (वीएनआईटी) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की प्रमुख डॉ. रश्मि उद्दानवाड़ीकर के मार्गदर्शन में एक ऐसा उपकरण तैयार किया गया है जिससे बच्चों को दर्द रहित इंजेक्शन लगाया जा सकता है।
इसके लिए वर्धा स्थित दत्ता मेघे आयुर्विज्ञान संस्थान ने भी मदद की। इस उपकरण की मूल अवधारणा दत्ता मेघे आयुर्विज्ञान संस्थान की है। उपकरण को वीएनआईटी ने डिजाइन किया है। इसके लिए अर्चना मौर्य और संचित चौहान ने भी मदद की। इस उपकरण का नाम ‘ए राम’ रखा गया है। भारतीय बौद्धिक संपदा कार्यालय, मुंबई ने इस शोध को ‘मालिकाना अधिकार’ दिए हैं।
यह उपकरण बच्चों में टीकाकरण, इंट्रामस्क्युलर (आईएम) इंजेक्शन, अंतःशिरा इंजेक्शन या कैनुलेशन के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में बेहद उपयोगी होगा। यह उपकरण ध्यान भटकाने के लिए ध्वनि और दृश्य दोनों संकेतों का उपयोग करता है, साथ ही इस उपकरण को बनाते समय बच्चों में इंजेक्शन के दर्द को कम करने के लिए ‘दर्द के गेट नियंत्रण सिद्धांत’ का भी उपयोग किया गया है।
यह उपकरण इंजेक्शन वाली जगह से 5 सेंटीमीटर दूर एक खंभे पर लगा होता है। जैसे ही इसे चालू किया जाता है, यह कंपन करने लगता है। इससे दर्द का एहसास नहीं होता। इसमें संगीत और चमकती रोशनी का भी इस्तेमाल होता है। इससे बच्चे का ध्यान भटकाने में मदद मिलती है। शोधकर्ताओं का दावा है कि उपकरण चालू होने के बाद भी इंजेक्शन का दर्द महसूस नहीं होता क्योंकि इसके आसपास का क्षेत्र ठंडा हो जाता है।
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इंजेक्शन से हर कोई डरता है, इसीलिए यह उपकरण बनाया गया है। शुरुआती दौर में इस उपकरण को छोटे बच्चों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इसके ध्वनि, दृश्य और कंपन सिद्धांत के कारण, इंजेक्शन का दर्द महसूस नहीं होगा।
– डॉ. रश्मि उद्दानवाड़ीकर, विभागाध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, वीएनआईटी