केजरीवाल को शीशमहल नहीं फला (सौ. डिजाइन फोटो)
नवभारत डिजिटल डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘निशानेबाज, सोहराब मोदी की पुरानी फिल्म का नाम था ‘शीशमहल’ उस फिल्म में जरूरतमंदों की मदद करने की जरूरत से ज्यादा उदारता दिखाने के कारण फिल्म के नायक पर कर्ज का बोझ बढ़ जाता है।उनके शीशमहल पर कर्ज देनेवाला साहूकार कब्जा कर लेता है.’ हमने कहा, ‘पुरानी फिल्म की कहानी भूल जाइए।शीशमहल कभी किसी को नहीं फला।मकान या बंगले का नाम शीशमहल रखोगे तो पछताओगे।फिल्म ‘वक्त’ में राजकुमार का डायलॉग था- चिनाय सेठ, जिन लोगों के घर शीशे के होते हैं, वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते!’
पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जब अपने रहने के लिए आलीशान शीशमहल बनवाया तो उनकी बदनसीबी शुरू हो गई।उन्हें जेल जाने की नौबत आई और शराब नीति को लेकर उन पर आरोप लगे।देश की राजनीति में अपनी ईमानदारी और सादगी का डंका बजाकर सामने आए केजरीवाल की साख बुरी तरह गिर गई।छोटे मकान में रहने और छोटी कार का इस्तेमाल करने का उनका दावा खोखला निकला।शीशमहल की शान और सजावट ने उनका भंडाफोड़ कर दिया।भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से उपजे केजरीवाल के सहयोगी मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भी जेल की हवा खानी पड़ी।राजनीति की कोठरी की कालिख से कोई नहीं बच पाया।’
हमने कहा, ‘केजरीवाल के शीशमहल में रहने जाने से दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने मना कर दिया।केजरीवाल भी जमानत पर छूटने के बाद से अपनी पार्टी ‘आप’ के एक सांसद के घर में फिरोजशाह कोटला रोड पर रहते हैं।पंजाब में केजरीवाल की पार्टी की सरकार है इतने पर भी केंद्र सरकार उन्हें दर्जा 8का बड़ा बंगला नहीं दे रही थी।इसके लिए केजरीवाल हाईकोर्ट में गए।अदालत ने सरकार को फटकार सुनाई और अब सरकार को मजबूर होकर दिल्ली के खान मार्केट के सामने लोदी इस्टेट में केजरीवाल को बड़ा बंगला देना पड़ा।अब उम्मीद कीजिए कि केजरीवाल के अच्छे दिन आएंगे।देखना होगा कि क्या उन्हें अन्ना हजारे फिर से आशीर्वाद देंगे?’
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा