आदिशक्ति मां दुर्गा,(सौ.सोशल मीडिया)
Masik Durgashtami 2025: सनातन धर्म में मासिक दुर्गा अष्टमी का विशेष महत्व है। जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित दुर्गा अष्टमी का व्रत हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है। इस बार नए साल की पहली मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत 07 जनवरी को मनाई जाएगी।
इस शुभ अवसर पर जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है। साथ ही, मनचाहा वर पाने के लिए दुर्गा अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साधक श्रद्धा भाव से मां दुर्गा की पूजा करते हैं। आइए, दुर्गा अष्टमी का शुभ मुहूर्त एवं महत्व जानते हैं-
मासिक दुर्गाष्टमी का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 06 जनवरी को संध्याकाल 06 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि की समाप्ति 07 जनवरी को शाम 04 बजकर 26 मिनट पर होगी। सनातन धर्म में सूर्य उदय से तिथि की गणना की जाती है। अतः, 07 जनवरी को पौष माह की दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी।
मासिक दुर्गाष्टमी पूजन विधि
प्रातः जल्दी उठकर घर और पूजा स्थान की साफ-सफाई करें और स्वयं भी स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
अब पूजा स्थान पर पूजा करनी हो तो वहां पर गंगाजल का छिड़काव करें, या फिर एक साफ लकड़ी की चौकी पर लाल आसन बिछाकर उसपर मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें।
इसके बाद माता रानी को लाल चुनरी चढ़ाएं और श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
अब मां दुर्गा के समक्ष धूप दीप प्रज्वलित करें।
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कुमकुम, अक्षत से तिलक करें और मौली, लाल पुष्प लौंग कपूर आदि से विधि पूर्वक पूजन करें।
पान के ऊपर सुपारी और इलायची रखकर चौकी पर मां दुर्गा के समक्ष रखें।
अब मां दुर्गा को फल व मिष्ठान अर्पित करें।
पूजन के दौरान मां दुर्गा का स्मरण करते रहें और दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
पूजन पूर्ण होने के बाद मां दुर्गा की आरती करें और पूजन में हुई भूल के लिए क्षमा मांगे।
पौष माह की मासिक दु्र्गाष्टमी का महत्व
पौष महीने की दुर्गा अष्टमी का विशेष महत्व होता है। पौष महीने में शीत ऋतु होती है और इस माह में सूर्य की विशेष आराधना की जाती है। शास्त्रों में अष्टमी तिथि पर देवी उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
मान्यता है कि पौष महीने में शक्ति की आराधना करने से परेशानियां कम हो जाती है। हिंदू माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर दुर्गा अष्टमी का व्रत रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह में शुक्ल और कृष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि आती है जिसमें शुक्ल पक्ष की मासिक अष्टमी का विशेष महत्व होता है।