प्रेमानंद जी महाराज(सौ.सोशल मीडिया)
Love Marraige Tips : हिंदू धर्म में विवाह को पवित्र संस्कार माना गया हैं। ये 16 प्रमुख संस्कारों में से एक है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी अपने रिश्तों को लेकर काफी संवेदनशील हो गई है। जहां पहले विवाह में परिवार की पसंद सर्वोपरि मानी जाती थी, वहीं अब लव मैरिज का चलन भी तेजी से बढ़ा है।
लोग एक-दूसरे को समझकर, जानकर और महसूस करके जीवनसाथी चुनना पसंद करते हैं। लेकिन प्रेम विवाह सिर्फ भावनाओं से नहीं, समझदारी, संयम और जिम्मेदारी से भी जुड़ा होता है।
प्रेमानंद महाराज, जो जीवन के गहरे आध्यात्मिक और मानसिक पहलुओं को समझने के लिए प्रसिद्ध हैं, अपनी शिक्षाओं के माध्यम से हमेशा यह बताते हैं कि रिश्ते को मजबूत और स्थिर बनाने के लिए क्या महत्वपूर्ण बातें हैं।
इस लेख में हम प्रेमानंद महाराज की 5 ऐसी जरूरी बातों पर चर्चा करेंगे, जो लव मैरिज करने वालों के लिए खास तौर पर उपयोगी हो सकती हैं। जानिए, कैसे इन सुझावों को अपनाकर आप अपने रिश्ते को उम्रभर निभा सकते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि लव मैरिज करते समय लोगों को शारीरिक आकर्षण को महत्व नहीं देना चाहिए। जबकि आज की युवा पीढ़ी इस बात पर ज्यादा जोर देती है। क्योंकि ये आकर्षक एक समय के बाद खत्म हो जाता है और फिर रिश्ते में ब्रेकअप होने लगते हैं। रिश्ते को लंबा चलाना चाहते हैं, तो इसमें शारीरिक आकर्षण नहीं, बल्कि एक दूसरे से प्यार होना चाहिए।
आगे बताते है कि, लव मैरिज करने से पहले केवल दिल की नहीं, घरवालों की भी सुनें। शादी केवल दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन है। रिश्ते को सफल बनाना है तो माता-पिता की सहमति और आशीर्वाद जरूर लें। यह सहमति रिश्ते में स्थायित्व और सामाजिक सम्मान लाती है।
महाराज जी के अनुसार, विवाह से पहले पवित्रता और मर्यादा का पालन बेहद जरूरी है। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जहां रिश्ते जल्दबाजी में बनते और टूटते हैं, वहां संयम और शुद्धता ही रिश्ते की गहराई को कायम रख सकती है। ब्रह्मचर्य का पालन रिश्ते में आत्मिक मजबूती लाता है।
एक सफल विवाह की सबसे बड़ी कुंजी है – भरोसा। प्रेमानंद जी युवाओं को यह सलाह देते हैं कि वे अपने जीवनसाथी पर भरोसा रखें। शक और अविश्वास रिश्तों को खोखला कर देते हैं। विश्वास से ही एक-दूसरे का साथ हर अच्छे-बुरे समय में निभाया जा सकता है।
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प्रेमानंद जी महाराज ने यह सलाह भी दी कि शादी के बाद पति या पत्नी को अपने अतीत या पुराने प्रेम प्रसंग के बारे में भूल जाना चाहिए और इस बारे में कोई बात नहीं करनी चाहिए।