ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें (सौ. सोशल मीडिया)
Chandra Grahan 2025 Tips: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज रविवार की रात को लग रहा है। इस खगोलीय घटना को ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्य पंडित योगेश नारायण मिश्रा ने इस ग्रहण के ज्योतिषीय प्रभावों और सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया है।
ज्योतिषाचार्य पंडित योगेश नारायण मिश्रा ने बताया कि भारत के मानक समय के अनुसार, चंद्र ग्रहण रविवार रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगा। ग्रहण का मध्यकाल रात 11 बजकर 41 मिनट पर होगा, और इसका समापन सोमवार रात 1 बजकर 27 मिनट पर होगा। कुल मिलाकर यह ग्रहण लगभग 3 घंटे 30 मिनट तक चलेगा, जो इसे इस साल का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण बनाता है। यह ग्रहण भारत, अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया में स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा, इसलिए धार्मिक दृष्टि से इसका सूतक काल भी मान्य होगा।
ज्योतिषाचार्य मिश्रा के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण चार राशियों के लिए बेहद शुभ रहेगा। मेष, वृश्चिक, कन्या और धनु राशि के जातकों को इस ग्रहण से नई ऊर्जा, सफलता और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।इसके विपरीत, बाकी बची आठ राशियों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इन राशियों के जातकों को मानसिक तनाव, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी, मान-सम्मान की हानि या पारिवारिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
मंत्र जाप: जिन राशियों के लिए ग्रहण अनुकूल नहीं है, उन्हें अपने गुरु मंत्र या इष्ट देवता के मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे मानसिक शांति मिलती है और ग्रहण के दोष कम होते हैं।
दान: ग्रहण के दौरान दान करना बहुत शुभ माना जाता है। दान की चीजें (जैसे अनाज, कपड़े) ग्रहण के समय निकालकर अलग रख दें और अगले दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को दान करें।
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सावधानियां:
गर्भवती महिलाएँ: गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और किसी भी नुकीली या तेज धार वाली चीज का उपयोग नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि ग्रहण की किरणें इस दौरान नुकसान पहुँचा सकती हैं।
नंगी आँखों से न देखें: पंडित मिश्रा ने बताया कि चंद्र ग्रहण को सीधे नंगी आँखों से नहीं देखना चाहिए। इससे मानसिक अशांति और मनोरोग जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।