चातुर्मास में करें तुलसी से जुड़े खास उपाय (सौ.सोशल मीडिया)
हर साल देवशयनी एकादशी के दिन साथ ही चातुर्मास लग जाता है। इस साल चातुर्मास 6 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसका समापन 2 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ होगा। यह चार महीने की अवधि हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं।
इस दौरान कोई भी शुभ काम जैसे कि विवाह, मुंडन या गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं, लेकिन यह समय साधना और पूजा-पाठ के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
वहीं दूसरी ओर इस अवधि को लेकर तुलसी से जुड़े कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से घर की दरिद्रता दूर होती है। साथ ही जीवन में खुशहाली आती है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में-
ज्योतिषयों के अनुसार, चातुर्मास के दौरान रोजाना सुबह स्नान के बाद तुलसी को जल चढ़ाएं और शाम को तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें। इस उपाय को करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
चातुर्मास के दौरान घर में तुलसी का पौधा लगाना भी बड़ा शुभ होता है। अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो चातुर्मास के दौरान तुलसी का पौधा जरुर लगाएं। तुलसी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और जीवन में सकारात्मकता लाता है। इसलिए हिन्दू घर में रोजाना सुबह स्नान के बाद तुलसी को जल चढ़ाया जाता है।
चातुर्मास के दौरान तुलसी के कुछ पत्ते तोड़कर भगवान विष्णु के मंदिर में अर्पित करें या किसी ब्राह्मण को दान करें। ऐसा करने से देवी महालक्ष्मी खुश होती हैं।
कहते है कि, चातुर्मास में तुलसी की जड़ की थोड़ी सी मिट्टी लेकर उसे एक छोटे से लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रखें। ऐसा माना जाता है कि इससे धन में वृद्धि होती है।
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अगर आपने अभी तक तुलसी विवाह नहीं किया है या करने का विचार कर रहे हैं, तो चातुर्मास में तुलसी विवाह का संकल्प लें और देवउठनी एकादशी पर इसे पूरा करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।