केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले का सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से मोहभंग होने लगा है। आठवले गठबंधन में अपनी पार्टी ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया- आठवले’ की उपेक्षा से आहत व नाराज हैं। रविवार को उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त करते हुए कहा कि महायुति में हमारे साथ अन्याय हो रहा है।
इस मौके पर आठवले ने विपक्षी गठबंधन में शामिल एनसीपी (एसपी) के वरिष्ठ शरद पवार के साथ वाले ‘सुहाने’ दिनों को याद करते हुए कहा कि पवार-कांग्रेस गठबंधन के दौरान हमें तीन या चार मंत्री, सात-आठ विधान परिषद सीटें और मुंबई के मेयर का पद मिला था।
मीडिया से चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि महायुति में हम पर अन्याय हो रहा है, बल्कि शरद पवार और कांग्रेस के साथ गठबंधन के दौरान में हमारी पार्टी को सत्ता में सम्मानजनक भागीदारी मिलती थी। जबकि आज हमारी समस्या यह है कि मुझे एक मंत्री पद मिल गया है। लेकिन मेरी पार्टी का कोई सांसद या विधायक नहीं है।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरी पार्टी की ताकत को जानते हैं। इसलिए उन्होंने मुझे तीन बार मंत्रिमंडल में शामिल किया। लेकिन मेरी पार्टी के बाकी लोगों को कुछ नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि पार्टी के दूसरे लोगों को न तो दिल्ली में कुछ मिला है और न ही महाराष्ट्र में कोई पद मिल रहा है।
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मंत्री आठवले ने कहा कि हम भी निगम या मंत्री पद पाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ कई बार चर्चाएं हुईं। लेकिन उन्होंने हर बार अपनी ही पार्टी के लोगों को विधान परिषद के लिए उम्मीदवारी दी है। हमारी पार्टी को विधान परिषद में एक भी सीट नहीं दी गई। जबकि यदि हमें विधानसभा में एक भी सीट नहीं दी तो कम से कम विधान परिषद में एक सीट देनी चाहिए थी और अपनी पार्टी से एक मंत्री बनाना चाहिए था। मेरे कार्यकर्ताओं को भी सत्ता में हिस्सा मिलना चाहिए।