Rakshabandhan in Pushkar- रक्षाबंधन को लेकर वैसे तो कई परंपराएं होती है लेकिन राजस्थान के पुष्कर की परंपरा जानकर आप चौंक जाएंगे। यहां पर रक्षाबंधन का तरीका बेहद अनोखा है जिसमें भाई-बहन सरोवर के किनारे रक्षाबंधन का त्योहार मनाते है।
पुष्कर में अनोखा रक्षाबंधन (सौ. सोशल मीडिया)
Rakshabandhan 2025: भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाने वाला है। यह खास दिन सबसे बड़े दिनों में से एक होता है। रक्षाबंधन को लेकर वैसे तो कई परंपराएं होती है लेकिन राजस्थान के पुष्कर की परंपरा जानकर आप चौंक जाएंगे। यहां पर रक्षाबंधन का तरीका बेहद अनोखा है जिसमें भाई-बहन सरोवर के किनारे रक्षाबंधन का त्योहार मनाते है।
रक्षाबंधन की तीर्थ नगरी राजस्थान के पुष्कर में भाई-बहन के पवित्र पर्व अलग नजारा देखने के लिए मिलता है। यहां रक्षाबंधन और धार्मिक अनुष्ठान श्रावणी उपाकर्म के लिए एक अनूठा और आध्यात्मिक केंद्र बन जाती है। कहते हैं, पुष्कर का वातावरण भाई-बहन के बीच के प्रेम और अटूट विश्वास को और गहरा करता है।
यहां पर परंपरा के अनुसार बहनें स्नान के बाद पुरोहितों से रक्षासूत्र बंधवाती हैं। इसके बाद अपने भाईयों को राखी बांधती है। यहां के तीर्थ पुरोहित विशेष श्रावणी उपाकर्म स्नान करते हैं, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्मकांड है। कहा जाता है कि, श्रावणी कर्म करने से ब्राह्मणों को ज्ञात और अज्ञात पापों से मुक्ति मिलती है, जिससे यह दिन और भी पवित्र हो जाता है।
यहां पर श्रावणी उपाकर्म की परंपरा के अनुसार बताया जाता है कि, तीर्थ पुरोहित ब्रह्म घाट पर पुराने जनेऊ को बदलते हैं और नया जनेऊ धारण करते हैं। यह परंपरा रक्षाबंधन के दिन आध्यात्मिक अनुभव बन जाती है।
बताया जाता है कि, रक्षाबंधन और श्रावणी उपाकर्म के लिए देशभर से हजारों श्रद्धालु पुष्कर आते हैं, जिससे यहां का धार्मिक माहौल जीने लगता है।