नागपुर महानगरपालिका के सामाजिक विभाग के अंतर्गत सोनचिरैया शहरी आजीविका केंद्र सीताबर्डी में मनपा आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने सिलाई क्लस्टर विकास केंद्र का उद्घाटन रविवार 2 मार्च को किया।
स्टिचिंग क्लस्टर डेवलपमेंट केंद्र का उद्घाटन। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर महानगरपालिका के अमृत महोत्सव के अवसर पर नागपुर महानगरपालिका ने कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नागपुर महानगरपालिका के सामाजिक विभाग के अंतर्गत दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के माध्यम से संचालित सोनचिरैया शहरी आजीविका केंद्र सीताबर्डी में मनपा आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने सिलाई क्लस्टर विकास केंद्र का उद्घाटन रविवार 2 मार्च को किया।
यह सिलाई क्लस्टर विकास केंद्र वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के सहयोग से शुरू किया गया है और इस केंद्र में आरोह मल्टीपर्पज सोसाइटी द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल, उपायुक्त डाॅ. रंजना लाडे, डब्ल्यूसीएल के शेखर रियापोलू, सीएसआर प्रबंधक आर. रश्मि, आरोह संस्था की अध्यक्ष विशाखा राव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी शर्मिष्ठा गांधी और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
महिलाओं के लिए सिलाई क्लस्टर परियोजना नागपुर नगर निगम, आरोह मल्टीपर्पज सोसाइटी और डब्ल्यूसीएल के सहयोग से शुरू की गई है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को परियोजना में शामिल करना तथा उन्हें रोजगार के उद्देश्य से यूनिफॉर्म निर्माण का प्रशिक्षण देकर आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
अब तक 30 जरूरतमंद महिलाएं इस परियोजना में नामांकित हो चुकी हैं। अगले तीन वर्षों में 100 महिलाओं को यूनिफॉर्म बनाने के लिए सिलाई प्रशिक्षण प्रदान करके एक सिलाई क्लस्टर विकसित किया जाएगा। सिलाई प्रशिक्षण के साथ-साथ इन महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने नगर निगम, आरोह संस्था और डब्ल्यूसीएल द्वारा संयुक्त रूप से बनाए गए सिलाई क्लस्टर प्रोजेक्ट की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि महिलाओं को यूनिफॉर्म बनाने के प्रशिक्षण के माध्यम से आजीविका के साधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
बताया गया कि आरोह संस्था ने महिलाओं के प्रशिक्षण के लिए अच्छी पहल की है। इसलिए महिलाओं को कड़ी मेहनत और लगन के साथ अपना प्रशिक्षण पूरा करना चाहिए। नगर निगम बजट में कई योजनाओं के लिए वित्तीय प्रावधान करता है। इसलिए, यदि कोई अच्छी योजना सामने आती है, तो नगर निगम अधिक सहायता प्रदान करेगा, ऐसा डॉ. चौधरी ने आश्वासन दिया।
डब्ल्यूसीएल के शेखर रियापोलू ने भी कहा कि डब्ल्यूसीएल ने सीएसआर फंड उपलब्ध कराकर आरोह संस्था के माध्यम से महिलाओं की उन्नति के लिए अच्छे अवसर उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अच्छे क्लस्टर बनाए गए हैं और महिलाओं को इनसे अधिक लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर सामाजिक विकास विभाग के विनय त्रिकोलवार और सिटी मैनेजर नूतन मोरे उपस्थित थे। कार्यक्रम का परिचय आरोह की सीईओ शर्मिष्ठा गांधी ने दिया तथा संचालन ममता गजभिये ने किया। शारदा भुसारी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।