भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव और चिंता से ग्रसित होता है। वहीं पर आजकल हर कोई अपनी लाइफ में इतने व्यस्त होते है कि, सेहत के प्रति सजग नहीं हो पाते है। दिल को सुकून देने के लिए इन दिनों एक खास तरह का ट्रेंड चर्चा में चल रहा है जिसका नाम फॉरेस्ट बाथिंग।
जानिए फॉरेस्ट बाथिंग का आसान तरीका (सौ. सोशल मीडिया)
भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव और चिंता से ग्रसित होता है। वहीं पर आजकल हर कोई अपनी लाइफ में इतने व्यस्त होते है कि, सेहत के प्रति सजग नहीं हो पाते है। दिल को सुकून देने के लिए इन दिनों एक खास तरह का ट्रेंड चर्चा में चल रहा है जिसका नाम फॉरेस्ट बाथिंग। जानिए इसके बारे में
यहां पर फॉरेस्ट बाथिंग की बात की जाए तो, इसका मतलब होता है जंगल में नहाने से नहीं बल्कि जंगल में जाकर प्रकृति के साथ समय बिताने से है। इसके कई फायदे हैं।
यह खास तरह का ट्रेंड फॉरेस्ट बाथिंग जापान से आया है, जहां इसे शिनरिन योकू (Shinrin-Yoku) के नाम से जाना जाता है। इसमें जंगल में नहाना नहीं बल्कि जंगल, बगीचे या हरे-भरे इलाके से जुड़ने से होता है। जब आप फॉरेस्ट बाथिंग लेते है तो, वहां की हवा को महसूस करते हैं, पेड़ों के बीच चलते हैं, पत्तों को देखते हैं, चिड़ियों की आवाज सुनते हैं आदि चीजें शामिल होती हैं, जो मन और शरीर दोनों तरोताजा करती हैं।
यहां पर फॉरेस्ट बाथिंग के कई फायदे बताए गए है जिसमें कहा जाता है कि, यह ट्रेंड तनाव और ब्लड प्रेशर को कम करता है। इसके साथ ही जंगल में ध्यान लगाने की शक्ति बढ़ती है। मूड बेहतर होता है। आप अंदर से खुश और शांत महसूस करते हैं।
कहा जाता है कि साल 2022 में एक और रिसर्च की गई, जिसमें पाया गया कि अगर आप हरियाली और प्राकृतिक माहौल में कोई हल्की-फुल्की एक्टिविटी, जैसे टहलना, साइकिल चलाना आदि करते हैं, तो उसका आपकी दिल की सेहत पर अच्छा असर पड़ता है।
फॉरेस्ट बाथिंग नया ट्रेंड नहीं प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है इसमें हमारे ऋषि-मुनि पहले से जंगल में ध्यान, योग और साधना करते थे। जहां पर वे शांत वातावरण में तपस्या करने के फायदे लेते थे।
फॉरेस्ट बाथिंग शुरू करने के लिए आपको किसी जंगल में जाने की जरूरत नहीं है। आप अपने शहर में किसी पार्क या गार्डन में जा सकते हैं। बस इस दौरान आप मोबाइल या ईयरफोन का इस्तेमाल न करें। आप प्रकृति को महसूस करें।