धापेवाड़ा विकास योजना के तहत 164.61 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन गडकरी ने किया। धापेवाड़ा के समग्र विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन उन्होंने दिया।
विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर के विकास कार्यों का भूमिपूजन संपन्न। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मैं हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करने के लिए देश के कोने-कोने की यात्रा करता हूं। लेकिन आज विदर्भ के पंढरपुर के रूप में प्रसिद्ध धापेवाड़ा में 200 करोड़ रुपये के विकास कार्य मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के लगते हैं। क्योंकि धापेवाड़ा मेरा गांव है। अब न केवल यहां के श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर का कायापलट किया जाएगा, बल्कि गांव को पर्यटन और तीर्थ स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा, यह बात केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कही। धापेवाड़ा के समग्र विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन उन्होंने दिया।
धापेवाड़ा विकास योजना के तहत 164.61 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन गडकरी ने किया। लोक निर्माण विभाग, मृदा एवं जल संरक्षण विभाग तथा नागपुर महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा धापेवाड़ा में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, राज्यमंत्री आशीष जयसवाल, सांसद श्यामकुमार बर्वे, विधायक अभिजीत वंजारी, सावनेर विधायक आशीष देशमुख, काटोल विधायक चरणसिंह ठाकुर, उमरेड विधायक संजय मेश्राम, वारकरी संप्रदाय के श्रीहरि बापू वलेकर महाराज, यशवंत परते महाराज, जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर, नासुप्र अध्यक्ष संजय मीना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इसके साथ ही धापेवाड़ा में स्वयंभू श्री विठ्ठल रुख्मिणी देवस्थान ट्रस्ट बोर्ड के पदाधिकारी भानुप्रताप सिंह पवार, आदित्य पवार, विलास वैद्य, अरुणराव चिखले और निखिल गडकरी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
धापेवाड़ा में टेक्सटाइल पार्क, मंदिर जीर्णोद्धार, जल शुद्धिकरण परियोजना और स्टेडियम के माध्यम से बड़े पैमाने पर विकास कार्य किया जाएगा। यह परिवर्तन जनता के सहयोग से शुरू होता है। विकास योजना को मंजूरी दी गई। अब धापेवाड़ा को आदर्श गांव बनाने की जिम्मेदारी गांव की है। उन्होंने सभी से यह भी अपील की कि वे प्रयास करें कि उनके गांव को महाराष्ट्र के सबसे सुंदर और स्वच्छ गांव का पुरस्कार मिले। गडकरी ने ऐसा किया। इस अवसर पर उन्होंने करंजा से पांढुर्ना तक सड़क की स्वीकृति की भी घोषणा की।
गडकरी ने कहा, 'कोश्या की साड़ियां धापेवाड़ा टेक्सटाइल में तैयार हुई। आज भारत में इन साड़ियों की मांग है। जिस गांव में हथकरघा का प्रचलन बंद हो गया था, वहां की महिलाएं बेहतरीन साड़ियां बुन रही हैं। हमने इस चुनौती को स्वीकार किया और सफल हुए। धापेवाड़ा, सावनेर और खापा क्षेत्र की महिलाओं को उत्कृष्ट प्रशिक्षण दिया जाएगा।’ गडकरी ने कहा कि मुझे तो यह भी विश्वास नहीं था कि धापेवाड़ा टेक्सटाइल की साड़ियां पूरी दुनिया में जाएंगी।
पहले इस क्षेत्र में संतरे मुख्य फसल थी। लेकिन आजकल एक एकड़ में चार से आठ टन संतरे पैदा होते हैं। हालाँकि, स्पेन में संतरे का उत्पादन 30 से 40 क्विंटल तक होता है। स्पेन की यात्रा के दौरान मुझे संतरे की उच्च पैदावार का कारण पता चला। वहां किसान बिजनेस स्कूल का दौरा किया। नारायण मूर्ति उस स्कूल के निदेशक मंडल में हैं। नारायण मूर्ति का पांच मिनट का भाषण सुनने के बाद मुझे लगा कि मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है। विदर्भ में भी किसान बिजनेस स्कूल शुरू करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यहां के युवा किसानों को कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण हेतु उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित करना है।
धापेवाड़ा श्री विट्ठल रुख्मिणी देवस्थान मंदिर के विकास योजना, वर्षा जल को संसाधित करने के लिए एक जल शोधन केंद्र और धापेवाड़ा में नदी के चौड़ीकरण और गहरीकरण के लिए भूमिपूजन समारोह आयोजित किया गया। यह योजना मंदिर क्षेत्र में सुविधाओं की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई थी। राज्य सरकार ने 164.61 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी। इसमें सम्पूर्ण मंदिर परिसर का विकास कार्य भी शामिल है। इन कार्यों में विट्ठल मंदिर क्षेत्र में प्रार्थना सभा, एक परिक्रमा पथ, एक प्रशासनिक भवन, कोल्बा स्वामी मंदिर परिसर का विकास, एक भक्त निवास और चंद्रभागा नदी के तट पर स्वामी कोल्बा स्वामी की 51 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करना शामिल है।
इस कार्य के अंतर्गत गर्भगृह का आकार बढ़ाया जाएगा। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चंद्रभागा नदी पर एक नए पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। इन कार्यों में 20 बसों के लिए पार्किंग व्यवस्था, 150 चार पहिया वाहन, 500 दो पहिया वाहन, इलेक्ट्रिक बसें, एक पार्क, एक सौर ऊर्जा प्रणाली और नदी का सौंदर्यीकरण भी शामिल है। इसके लिए 89 लाख रुपये की स्वच्छता योजना तैयार की गई है। अधिकारियों ने बताया कि इससे बाढ़ की समस्या का समाधान होगा और किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
धापेवाड़ा के विकास का सपना साकार होने वाला है। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने वादा किया कि कोराडी मंदिर की जमीन पर धापेवाड़ा का विकास किया जाएगा और वे स्वयं इस पर पूरा ध्यान देंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि धापेवाड़ा में एक अच्छे चैरिटेबल अस्पताल की जरूरत है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और कांचनताई गडकरी के नेतृत्व में विदर्भ के संतरा किसानों ने हाल ही में स्पेन का दौरा किया। इस दौरे का आयोजन एग्रोविजन, महाऑरेंज और सह्याद्री एग्रोफार्मर प्रोड्यूसर द्वारा किया गया था। स्पेन में टैंगो किस्म के संतरे, उनके उत्पादन, पैकेजिंग, प्रसंस्करण और नर्सरी का निरीक्षण किया गया। किसानों को प्रशिक्षित किया गया। स्पेन दौरे की डॉक्यूमेंट्री का लोकार्पण सुधीर दिवे, रवि बोरटकर, प्रशांत कुकड़े, मनोज जवंजाल, श्रीधर ठाकरे, स्वप्निल धोटे, राकेश मानकर, नवीन पेठे, विशाल लंगोटे, पुष्पक खापरे, नीलेश रोडे, अपूर्व जवंजाल, उद्धव पोतने, मोरेश्वर वानखेड़े की।