मोहन चरण माझी ने नवीन पटनायक से मुलाकात की (सौजन्य- सोशल मीडिया)
भुवनेश्वर: ओडिशा में मोहन चरण माझी मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह से पहले माझी ने भुवनेश्वर में राज्य की महान विभूतियों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने जा रहे केवी सिंद देव और प्रभाती परिदा भी माझी के साथ मौजूद रहे। इसके बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की।
उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने जा रहे के वी सिंह देव और प्रभाती परिदा के साथ माझी ने गोपबंधु चौक पर उत्कल मणि गोपबंधु दास, राजभवन के बाहर उत्कल गौरव मधुसूदन दास, पावर हाउस चौक पर श्रीराम चंद्र भंज देव, एजी चौक पर परला महाराजा कृष्ण चंद्र गजपति और रामचंद्र मर्दराज देव की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मोहन चरण माझी के साथ मिलकर के वी सिंह देव और प्रभाती परिदा ने वाणी विहार चौक पर फकीर मोहन सेनापति, मेफेयर चौक पर धरणीधर भुइयां, कलिंगा अस्पताल चौक पर गंगाधर मेहर और मैत्री विहार में बिरसा मुंडा की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया।
100 दिनों के भीतर काम शुरू करेगी नई सरकार
चार बार विधायक रह चुके माझी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए नई सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर काम शुरू हो जाएगा। उपमुख्यमंत्री देव ने कहा, ‘जिस क्षण हम शपथ लेंगे, हम अपने चुनावी घोषणापत्र में लोगों से किए गए वादों पर काम करना शुरू कर देंगे। हम लोगों के पास उनका आशीर्वाद मांगने गए थे और उन्होंने हमें सरकार में आने का अवसर देकर कृपा की है।’
#WATCH | Odisha CM-designate Mohan Charan Majhi along with his Deputy CMs-designate KV Singh Deo and Pravati Parida pay floral tributes to 'Utkalamani' Gopabandhu Das in Bhubaneswar pic.twitter.com/ai6UCwP9pC
— ANI (@ANI) June 12, 2024
लोगों की न्यूनतम जरूरतों पर देंगे ध्यान
बैठक के बाद माझी ने कहा कि एक पार्टी के 24 साल के शासन के बाद लोगों की न्यूनतम जरूरतें पूरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘लेकिन यहां लोग सामान्य जीवन जीने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’ हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के साथ साथ ओडिशा में हुए विधानसभा चुनाव में, बीजू जनता दल की पराजय हुई है। राज्य विधानसभा की कुल 147 सीट में से भाजपा को 78 सीट पर जीत हासिल हुई है।
गार्ड का बेटा बनेगा मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री बनने जा रहे माझी एक गरीब परिवार से आते हैं। 52 वर्षीय माझी के पिता सुरक्षा गार्ड थे। क्योंझर जिले के रायकला गांव में उनका जन्म हुआ। माझी ने क्योंझर के आरएसएस द्वारा संचालित स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर से शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।
साल 1997 में राजनीति की शुरुआत करने वाले माझी ओडिशा में भाजपा के पहले सीएन बनने जा रहे हैं। रायकोला ग्रामपंचायत के सरपंच से राजनितिक करियर की शुरुआत करने वाले माझी महज तीन साल में क्योंझर क्षेत्र से जीतकर ओडिशा विधानसभा पहुंच गए थे।
क्योंझर आदिवासियों के लिए सुरक्षित सीट है। यहां साल 2004 में भी मोहन चरण माझी ने बीजेपी के टिकट पर दोबारा जीत हासिल की। बीजेपी विधायक दल के नेता चुने जाने और मुख्यमंत्री मनोनीत होने की घोषणा पर उनकी पत्नी प्रियंका मरांडी ने कहा कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि उनके पति मुख्यमंत्री बनेंगे।
(एजेंसी- इनपुट के साथ)